MP BJP State President: किस वजह से रुका है एमपी बीजेपी में नए अध्यक्ष नाम, जानिए किस के सिर पर होगा अध्यक्ष का ताज?
MP BJP State President भोपाल: मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के लिए एक काबिल नेता का इंतजार शायद अब खत्म होने वाला है। दरअसल, बीजेपी हिंदू मान्यताओं के हिसाब से काम करती है। सूत्रों के मुताबिक होलाष्टक लगने से पहले पार्टी एमपी बीजेपी अध्यक्ष के लिए नए नाम का ऐलान कर देगी। प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जल्द ही मध्य प्रदेश के दौरे पर नए प्रदेश अध्यक्ष का फैसला करने आएंगे।
MP BJP प्रदेश अध्यक्ष की रेस में ये नाम शामिल
फिलहाल जिन नेताओं के नाम इस रेस में हैं, उसमें ब्राह्मण चेहरा और लंबे समय से पार्टी में हाशिए पर चल रहे नरोत्तम मिश्रा का नाम सामने आ रहा है। इसके पीछे उनकी अलग-अलग नेताओं से मुलाकात उनके घर पर बड़े नेताओं का जाना और फिर वे भी दिल्ली में जाकर अपनी ताल ठोक चुके हैं। हालांकि, वर्तमान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी बीच बीच दिल्ली में उनके आकाओं से मुलाकात कर रहे हैं। वे भी चाहते हैं कि उनको फिर से अध्यक्ष की कमान दे दी जाए।
ये नाम भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल
वहीं, मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल भी दिल्ली दरबार में गुहार लगा चुके हैं। BJP प्रदेशाध्यक्ष की रेस में बैतूल से बीजेपी विधायक हेमंत खंडेलवाल (Betuk BJP MLA Hemant Khandelwal) का नाम भी रेस में है। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव (MP BJP State President) के ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भोपाल पहुंचे। उन्होंने एकांत में मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से बातचीत भी की। इस दौरान सभी समीकरणों पर अमित शाह की बातचीत हुई। इस मुलाकात को अध्यक्ष चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
कब होगा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का एलान?
मध्य प्रदेश के नेता भी अब कहने लगे हैं कि पार्टी को नया चेहरा मिलना चाहिए, लिहाजा पार्टी जल्द ही बीजेपी अध्यक्ष के नाम का ऐलान करने की तैयारी में है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की वजह से ये एलान आगे बढ़ा, लेकिन अब कहा जा रहा है कि जनवरी में हो जाने वाला ये ऐलान अब आगे बढ़ते-बढ़ते मार्च में हो ही जाएगा। जानकारी के मुताबिक होलाष्टक लगने से पहले मार्च के पहले सप्ताह में बीजेपी मध्य प्रदेश के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)