MP Lok Sabha Election Result: किसने MP में डुबोई कांग्रेस की लुटिया? जीतू पटवारी, कमलनाथ या कोई और...
MP Lok Sabha Election Result: भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सफाया हो गया। भाजपा ने छिंदवाड़ा समेत 29 में से 29 सीटें अपने पाले में समेट लीं। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ 7 जून शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे और सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश और देश की राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में चर्चा की।
इसके साथ ही कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में अपनी हार(MP Lok Sabha Election Result) को लेकर कहा कि प्रदेश की जनता बहक गई। लोगों को काफी पैसे दिए गए और इसके लिए प्रशासन और पैसे का भी दुरुपयोग किया गया।
वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश और देश के राजनीतिक हालातों पर चर्चा की गई। इसपर उन्होंने कहा, 'हम देखते हैं कि चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार क्या करते हैं।' कमलनाथ से जब पूछा गया कि क्या वो टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करेंगे? इसपर उन्होंने कहा, 'मैं उनसे बात नहीं करूंगा। बीजेपी उनसे बात कर रही है...अगर बीजेपी सोचती है कि नीतीश और नायडू घर बैठ जाएंगे, तो ऐसा नहीं होने वाला है। यह मोदी सरकार नहीं है, यह एनडीए सरकार है. ये सभी एनडीए में एक साथ हैं, एनडीए में सबकी अपनी-अपनी हिस्सेदारी है।''
किसके पाले में कितने वोट?
मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव(MP Lok Sabha Election Result) में बीजेपी की झोली में 59.27 फीसदी वोट डाले। वहीं कांग्रेस को 32.44 फीसदी और बीएसपी को 3.28 फीसदी मत मिले। कमलनाथ को अपने ही गढ़ छिंदवाड़ा में करारी हार का सामना करना पड़ा। उनके बेटे नकुलनाथ को बीजेपी के उम्मीदवार बंटी साहू ने एक लाख 13 हजार 18 से शिकस्त दी। बता दें कि 2019 के चुनाव में नकुलनाथ एकलौते सांसद थे जिन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी।
किसने डुबोई पार्टी की लुटिया?
जहां एक तरफ कमलनाथ अपनी हार पर कई तरह की सफाइयां देते दिखाई दिए तो वहीं पार्टी के भीतर उनका विरोध लगातार जारी है। एमपी की सियासत में कांग्रेस का सूपड़ा साफ(MP Lok Sabha Election Result) होने पर दिग्विजय सिंह समेत कमलनाथ और जीतू पटवारी पर पार्टी के नेता आपस में ही एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता अजय सिंह ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद गुरुवार (6 जून) को कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित प्रदेश इकाई के प्रमुख जीतू पटवारी पर निशाना साधा। अजय सिंह ने मांग की कि चुनावों में पार्टी की हार के कारणों का पता लगाया जाना चाहिए।
बता दें कि चुरहट विधायक और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने संगठन के काम पर सवाल उठाए और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के कार्यकाल की उच्च स्तर पर समीक्षा करने की भी मांग की है। गौरतलब है कि एमपी में पटवारी के कार्यकाल में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा जिसे लेकर पटवारी सवालों के घेरे में रह चुके हैं।
क्यों गृह क्षेत्र से बाहर नहीं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह?
अजय सिंह ने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस के हालातों से कार्यकर्ता काफी निराश और हतोत्साहित हो रहे हैं और ऐसा भविष्य के लिए बहुत गलत है। उन्होंने आगे पूछा कि पार्टी के दिग्गज नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह (MP Lok Sabha Election Result) आखिर अपने गृह क्षेत्र से बाहर क्यों नहीं निकले? साथ ही उन्होंने नेतृत्व से भी कहा कि चुनावों के दौरान किसने प्रचार किया इस बात का भी जायजा लेना जरूरी है।
दलबदलू नेताओं से तोड़ें नाता
अजय सिंह ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित होना जरूरी है कि इन दलबदलू नेताओं की कभी भी कांग्रेस में वापसी न हो फिर चाहे वह कितने भी बड़े दिग्गज क्यों न हों। क्योंकि इन्होंने पार्टी का उस वक्त हाथ छोड़ा जब जरूरत थी।