पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ीं, सौरभ शर्मा मामले में कांग्रेस ने लोकायुक्त से की FIR दर्ज कर आरोपी बनाने की मांग
MP BJP Leader Bhupendra Singh भोपाल: मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार में पूर्व मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह (MP Former Transport Minister Bhupendra Singh) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने लोकायुक्त को शपथ पत्र देकर भूपेंद्र सिंह के खिलाफ FIR करने की मांग की है। परिवहन विभाग में पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की परिवहन विभाग में अनुकंपा नियुक्ति पर कांग्रेस ने लोकायुक्त को शपथ पत्र दिया है। आखिर क्या है पूरा मामला आइए विस्तार से जानते हैं।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ीं
परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा मामले में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री भूपेंद्र सिंह (MP BJP Leader Bhupendra Singh) को सह आरोपी बनाने की मांग की है। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा और लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद को शपथ पत्र के साथ शिकायत सौंपी। प्रतिनिधिमंडल में विधायक आरिफ मसूद, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, मुकेश नायक, शहर अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना शामिल थे।
भूपेंद्र सिंह पर FIR दर्ज हो, हमने दिए सबूत- उपनेता प्रतिपक्ष
लोकायुक्त डीजी से मुलाकात के बाद उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा, "लोकायुक्त डीजी से हमारा डेलीगेशन मिला। सौरभ शर्मा के मामले में पूरा मध्य प्रदेश कलंकित हो रहा है। उसकी फर्जी नियुक्ति पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के हस्तक्षेप और दबाव से हुई है। इस बात के पूरे प्रमाण और साक्ष्य लोकायुक्त को शपथ पत्र के साथ दिए गए हैं। हमने आग्रह किया है कि भूपेंद्र सिंह पर FIR दर्ज करके, उन्हें सह आरोपी बनाया जाए। अब तक जो सोना चांदी बरामद किया गया है, उसका असल मालिक कौन है इसकी जांच होनी चाहिए। ये स्पष्ट होना चाहिए कि पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह, गोविंद सिंह या वर्तमान परिवहन मंत्री हैं। सच्चाई सबके सामने आना चाहिए।"
सौरभ को भूपेंद्र सिंह ने दिलाई अनुकंपा नियुक्ति- हेमंत कटारे
इसके साथ ही हेमंत कटारे (MP Deputy Leader of Opposition Hemant Katare) ने कहा, "जिस डायरी का बार-बार जिक्र होता है, उसमें टीएम, टीसी लिखा है। टीएम मतलब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और टीसी मतलब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर कौन थे। इन सबके नाम उजागर होना चाहिए । ये मांग की गई है। भूपेंद्र सिंह पर केस होगा तो बड़ी मछली पकड़ में आएंगी। असल में उसको गैरकानूनी तरीके से सिस्टम में लाने वाले व्यक्ति भूपेंद्र सिंह थे। इसके पूरे साक्ष्य देकर उनके ऊपर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।"
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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