MP Dhan Kharidi Scam: धान खरीदी में फर्जीवाड़ा, रीवा रियासत के महाराजा मार्तण्ड सिंह के मृतक भाई के नाम कराया फर्जी पंजीयन

मध्य प्रदेश के मैहर में धान खरीदी में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। यहां एक बार फिर मृत व्यक्ति के नाम से फर्जी पंजीयन करवाते हुए लाभ उठाया गया।
mp dhan kharidi scam  धान खरीदी में फर्जीवाड़ा  रीवा रियासत के महाराजा मार्तण्ड सिंह के मृतक भाई के नाम कराया फर्जी पंजीयन

MP Dhan Kharidi Scam: मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर में धान खरीदी में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। यहां एक बार फिर मृत व्यक्ति के नाम से फर्जी पंजीयन करवाते हुए लाभ उठाया गया। धान में अधिक लाभ लेने के लिए समिति प्रबंधकों द्वारा कागजो में गोलमाल किया जा रहा है मगर इस बार तो हद ही हो गई। अमरपाटन में 20 साल पहले मृत हुए व्यक्ति को भूमि पंजीयन में शामिल कर दिया गया। यह मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है।

मामला सामने आने पर भी प्रशासन है खामोश

दरअसल जिले के ग्राम आनंदगढ़ निवासी मृत दादू जगदीश जू देव का नाम धान पंजीयन के भूस्वामी के रूप में सामने आया है। इसका पंजीयन भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालांकि अब जब यह मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़े हुए है, प्रशासन इस मुद्दे पर पूरी तरह से खामोश है और अभी तक भी प्रशासन की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नही आई है।

24 वर्ष पूर्व मृत व्यक्ति के नाम खोल दिया पंजीयन

दरअसल बीते दिनों सभी जिलों में किसानों का धान पंजीयन का कार्य हो रहा था। ऐसे में अमरपाटन के ग्राम आनंदगढ़ निवासी रामप्रकास कोल ने समिति प्रबंधक धोबहट की मिलीभगत से शासन और प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर रीवा रियासत महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव के भाई दादू जगदीश जू देव की भूमि आनंदगढ़ की दो भूमि को अपने पंजीयन (MP Dhan Kharidi Scam) में शामिल किया है। इस मामले में स्थानीय कर्मचारियों और सेवा सहकारी समिति धोबहट की भी भूमिका संदिग्ध है।

जानकारों ने बताया कि जब किसी व्यक्ति की भूमि को पंजीयन में शामिल किया जाता है तो उस व्यक्ति को कार्यालय पर उपस्थिति दर्ज करवाना अनिवार्य होता है। मगर ऐसे में एक सवाल खड़ा होता है कि जिस व्यक्ति की वर्ष 2000 में मृत्यु हो चुकी है वो कार्यालय कैसे पहुंचा। हालांकि मीडिया की टीम ने जब पड़ताल की तो हमें दादू जगदीश की प्रतिमा स्थापित मिली जिसमें वर्ष 2000 में उनकी मृत्यु होने की बात लिखी है। इससे साफ जाहिर होता है कि कितने बड़े पैमाने पर यहा फर्जीवाड़ा किया गया है।

एक किसान की भूमि किसी दूसरे के खाते में दिखा दी

इतना ही नही, उसी गांव के रहने वाले रावेंद्र पांडेय ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने भूमि पंजीयन का आवेदन (MP Dhan Kharidi Scam) किया मगर उसको निरस्त कर दिया गया। उसके मेरी भूमि किसी अन्य के खाते में दिखाई दे रही है। जब धान बेचने जाता हूं तब कम कीमत पर मेरी धान ली जा रही है। पीड़ित के मुताबिक यहां पर सरकार की आंखों में धूल झोंककर अंधाधुंध लाभ किया जा रहा है।

इतिहासकार ने बताया सही तथ्य

जब इस मामले में हमने इतिहासकार सीतासरन गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया की दादू जगदीश महाराज मार्तण्ड सिंह के सौतेले भाई थे। आनंदगढ़ की रियासत उनको हिस्से में मिली थी तब से वो यही रहते थे। आज से ठीक 24 साल पहले अर्थात् वर्ष 2000 में उनकी मृत्यु हो गयी थी तभी उनकी प्रतिमा स्थापित करवाई गई है। इस तथ्य से साफ जाहिर होता है कि अमरपाटन में कितने बड़े पैमाने पर फर्ज़ीवाड़ा (MP Dhan Kharidi Scam) किया जा रहा है। इससे पहले भी 14 साल पहले मृत हुई इंद्रा देवी के पंजीयन की खबर भी दिखाई थी, अब यह एक नया मामला सामने आया है।

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