MP Kisan Mandi: गेहूं ने किया किसानों को मालामाल, फसल और कीमत दोनों अच्छी होने से हो रहा मुनाफा
MP Kisan Mandi: उज्जैन। इस वर्ष गेहूं का सीजन व्यापारी और किसान, दोनों के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है। सीजन की शुरुआत से लेकर अब तक नीलामी में करीब 3.25 लाख गेहूं बिक चुका है। कारोबार का आंकड़ा 100 करोड़ रु. पार हो गया है। भाव को लेकर अब तक किसान संतुष्ट दिखाई दे रहा है। मालवा में गेहूं की खेती के लिए बोवनी से कटाई तक मौसम अनुकूल चल रहा है। बीते डेढ़ माह में कृषि मंडी में करीब 3.25 लाख क्विंटल गेहूं बिक चुका है। आवक भी भरपूर हो रही है। इन दिनों 30 से 38 हजार बोरी रोजाना विकने आ रहा है। किसानों को 2500 से 3100 रुपये क्विंटल मिल रहा है। किसानों के अनुसार इस बार उत्पादन व क्वालिटी काफी अच्छी है।
1 अप्रैल से खत्म हो सकती है स्टॉक सीमा
ग्रामीण क्षेत्रों में आधे से अधिक खेतों में गेहूं कट गया है। बता दें इस बार जिले में 4.80 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी की गई थी। व्यापारियों के अनुसार इस साल क्वालिटी तो ठीक आ रही है लेकिन चमक कमजोर होने से बिनात व्यापार में दिक्कत आ रही है। मंडी से मिल क्वालिटी गेहूं का व्यापार खूब हो रहा है। स्टाकिस्ट वेटिंग में हर साल 15 मार्च से गेहूं में स्टाकिस्ट सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन इस बार 31 मार्च तक 2500 क्विंटल की स्टाक सीमा में रोक दिया है। अगर स्टाक सीमा नहीं होती तो किसानों को गेहूं के भाव वर्तमान भाव से भी अधिक भाव मिल सकते थे। व्यापारियों को 1 अप्रैल से स्टाक सीमा खत्म होने की आस है। उसके बाद ही स्टाकिस्ट खरीदी (MP Kisan Mandi) करेंगे।
सरकारी तौल कांटे पर तीन दिन में 40 हजार क्विंटल की खरीदी
कृषि मंडियों में गेहूं के भाव 2500 रुपये क्विंटल से कम भाव बिकने लगा है। नतीजन किसानों का रुझान सरकारी तौल कांटों पर होने लगा है। शनिवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी शुरू हो गई। तीन दिनों में 40 हजार क्विंटल गेहूं उपार्जन हो चुका है। खाद्य नियंत्रक शालू वर्मा ने बताया कि अब तक जिले में 83 हजार किसानों ने गेहूं बिक्री हेतु पंजीयन करवाया है। पंजीयन 31 मार्च तक जारी रहेगा। 183 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर 2425 रुपये क्विंटल समर्थन मूल्य व 175 रुपये प्रदेश सरकार का बोनस (MP Kisan Mandi) मिलेगा। खरीदी 5 मई तक जारी रहेगी।
(उज्जैन से विश्वास शर्मा की रिपोर्ट)
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