MP News: पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निवास पर पहुंचे बड़े नेता, प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर खिचड़ी पकनी फिर हुई शुरू
MP News: भोपाल। एमपी में प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सियासी खिचड़ी पकना फिर शुरू हो गई है। दिल्ली में चुनाव में नेताओं की व्यवस्था के चलते एमपी में प्रदेश अध्यक्ष के नए चेहरे पर मुहर नहीं लग पाई। लेकिन, अब फिर सियासी मुलाकातों का दौर शुरू हो गया है और अटकलों का बाजार भी गर्म है। प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में यूं तो कई चेहरे हैं लेकिन प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम भी देश की दौड़ में शुमार माना जा रहा है।
नरोत्तम मिश्रा के घर नेताओं का जमावड़ा
नरोत्तम मिश्रा के घर पर बड़े नेताओं का आना भी सियासी अटकलें को और हवा दे रहा है। नरोत्तम मिश्रा को दिल्ली चुनाव में कई विधानसभाओं की अहम जिम्मेदारी दी गईं और उन्होंने अच्छा परफॉर्म भी किया। इस परफॉर्मेंस को देखते हुए बड़े नेताओं का उनके घर पर (MP News) आना और बधाई देना चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की उनसे अकेले में आधे घंटे बातचीत और फिर उसके बाद बीजेपी के प्रदेश प्रभारी चाहिए। महेंद्र सिंह का अचानक सुबह-सुबह नरोत्तम मिश्रा के घर पहुंचना और उनसे बंद कमरे में बातचीत करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
अध्यक्ष कौन बनेगा अभी तक नहीं हो पाया स्पष्ट?
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल खत्म होने के बाद उनको चुनावों के चलते एक्सटेंशन मिला लेकिन अब तो प्रदेश बीजेपी में संगठन के चुनाव मंडल से लेकर जिला अध्यक्षों के चुनाव हो चुके हैं। अब पार्टी को नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगानी है। हेमंत खंडेलवाल जो बैतूल विधानसभा सीट से विधायक हैं। तमाम दिग्गज नेताओं के बीच हेमंत खंडेलवाल का नाम बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की दावेदारों में सामने आ रहा है। इन्हें संघ का करीबी माना जाता है।
यह भी हैं लिस्ट में
नरोत्तम मिश्रा को कद्दावर चेहरा माना जाता है। संगठन में अच्छी पकड़ के साथ मैनेजमेंट में माहिर, नेतृत्व क्षमता के चलते उनका नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चुना गया। लाल सिंह आर्य, अनुसूचित जाति के होने के कारण लाल सिंह आर्य भी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के दावेदार हैं। लाल सिंह आर्य लगातार दो चुनाव हार चुके हैं लेकिन एससी पर दांव खेला तो इनका नाम भी आ सकता है। मंडला लोकसभा सीट से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी चर्चाओं में आदिवासी चेहरा होने के कारण है। युवा आदिवासी चेहरे के तौर पर सुमेर सिंह सोलंकी भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए मजबूत दावेदार हैं। उनका संघ से जुड़ाव होने के कारण उनकी दावेदारी और मजबूत हो जाती है।
(भोपाल से सरस्वती चंद्र की रिपोर्ट)
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