Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर एमपी में विरोध प्रदर्शन
Bangladesh Violence: इंदौर। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में इंदौर सहित देशभर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी आज अलग-अलग स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए हैं। प्रदर्शन कर रहे हिंदू समाज के लोगों ने भारत सरकार से इस मामले पर नजर रखने तथा पड़ौसी देश में प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं को बचाने की अपील की है। विश्व हिंदू परिषद सहित अनेकों हिंदू संगठनों ने जनसभाएं आयोजित की जिनमें हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।
इंदौर में किया बंद का आह्वान
मध्य प्रदेश के इंदौर में बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में व्यापारियों ने सुबह 9 बजे से एक बजे तक बंद (Bangladesh Violence) का आह्वान किया जो काफी हद तक सफल भी रहा। हिंदूवादी संगठनों ने इंदौर के लालबाग स्थित मैदान में लोगों से आने की अपील की थी जिस पर हजारों लोग वहां एकत्रित हुए और पीएम नरेन्द्र मोदी से बांग्लादेशी हिंदुओं को बचाने की मांग की। विश्व हिंदू परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि आजादी से पहले बांग्लादेश और पाकिस्तान भारत में ही शामिल थे। उस समय जिस तरह यह दोनों देश अलग हुए, उस समय इन दोनों देशों के प्रमुख जिसमें पाकिस्तान के जिन्ना और बांग्लादेश के भी सरकार के प्रमुख मौजूद थे, उन लोगों ने अलग होने के दौरान एक समझौता किया था। इस समझौते के तहत इस बात की जानकारी विश्व हिंदू परिषद के नेता ने दी कि यदि पाकिस्तान और बांग्लादेश में किसी तरह की अस्थिरता आती है और वहां की सरकार किसी तरह का कोई कदम नहीं उठा पाती तो भारत इन दोनों देशों पर अपना अधिकार कर सकता है। हिंदू परिषद के नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह मांग की है कि आज जिस तरह से पाकिस्तान और बांग्लादेश में स्थिति उत्पन्न हुई है उसके चलते अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोनों ही देशों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर उन देशों को भारत में शामिल कर लेना चाहिए।
गुना में भी हुई जन आक्रोश सभा
गुना जिले के हनुमान चौराहा पर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ एक जन आक्रोश सभा का आयोजन किया गया। इस सभा का आयोजन सकल हिंदू समाज जिला गुना द्वारा किया गया था जिसमें विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के प्रमुख वक्ताओं ने भाग लिया। सभा के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य भारत प्रांत के सह बौद्धिक प्रमुख प्रमोद पंवार थे। मंच पर खड़ेश्वरी मंदिर के महंत खड़ेश्वरी महाराज, साध्वी राधा किशोरी, कल्याणेश्वर महाराज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक अशोक कुशवाहा जैसे विशिष्ट जन भी मौजूद रहे। सभा का संचालन विभाग संपर्क प्रमुख गोपाल स्वर्णकार ने किया।
सभा के बाद बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे इस्लामिक अत्याचारों (Bangladesh Violence) के खिलाफ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा और उत्पीड़न की घटनाओं की निंदा की गई और भारत सरकार से कूटनीतिक हस्तक्षेप करने की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमलों, मंदिरों को जलाने, धर्मांतरण और हत्या जैसे अत्याचारों पर कड़ी आपत्ति दर्ज कर बांग्लादेश सरकार से इन घटनाओं की रोकथाम की मांग की जाए। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से इन अत्याचारों का संज्ञान लेने और कार्रवाई करने की अपील की गई। सभा में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता ,विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे।
नर्मदापुरम में आक्रोशित लोगों ने लगाए नारे, 'एक ही नारा एक ही नाम, जय श्री राम, जय श्री राम'
बांग्लादेश में हिंदूओ और संतों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में नर्मदापुरम में जन आक्रोश रैली निकाली गई। सकल हिन्दू समाज के बैनर तले निकाली गई जन आक्रोश रैली में साधु-संत, मातृशक्ति और स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। जन आक्रोश और विरोध प्रदर्शन रैली में शामिल होने हजारों लोग सतरस्ते स्थित काली मंदिर पर एकत्रित हुए। इसके बाद जलते मंदिर करे पुकार, भूल ना जाओ अत्याचार, सेव हिन्दू बांग्लादेश, एक ही नारा एक ही नाम, जय श्री राम, जय श्री राम, और धर्म की रक्षा कौन करेगा की तख्तियां हाथों में लेकर हजारों लोग जन आक्रोश रैली में शामिल हुए।
जन आक्रोश रैली शहर के अलग-अलग मार्गो से होते हुए कलेक्ट्रेट पीपल चौक पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने पीपल चौक पर कलेक्टर गेट के सामने अपना विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की और भारत सरकार से इस व्यवस्था पर ठोस कार्रवाई करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाया जाए और पीड़ित हिंदू समुदाय को सुरक्षा प्रदान की जाए।
हरदा में राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार (Bangladesh Violence) के मामले में आज हरदा के सकल हिंदू संगठन के द्वारा आज रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया साथी जिला प्रशासन के अधिकारियों को राष्ट्रपति महोदय के नाम से ज्ञापन सौंपा गया। हरदा के हिंदू संगठनों द्वारा नेहरू स्टेडियम से शहर में आकोश रैली निकलते हुए हजारों की संख्या में रैली में लोग शामिल हुए। हरदा के घंटा का चौक पर हिंदू समाज के संत एवं मंहत के द्वारा सभा को संबोधित किया गया। बांग्लादेश में जिस प्रकार से हिंदुओं पर हो रहा है, उसे लेकर जमकर आकोश व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति महोदय से उचित कदम उठाने की मांग की, साथ ही उन्होंने हिंदुओं को एक साथ जात-पात मिटाने का नारा देते हुए सभी हिंदुओं को एक साथ एकजुट रहने की संबोधित करते हुए विभिन्न मुद्दों पर संबोधन किया। सभा समाप्त होने के बाद हिंदू समाज के सभी लोगों द्वारा जिला प्रशासन के अधिकारियों को राष्ट्रपति महोदय के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया।
दतिया में महिलाओं और युवाओं ने भी निकाला जुलूस प्रदर्शन
हिंदू समुदाय पर बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों (Bangladesh Violence) के खिलाफ भारत में भी आवाज़ उठाई जा रही है। इसी को लेकर आज मध्य प्रदेश के दतिया में सकल हिंदू समाज ने किला चौक से पूरे शहर मेँ रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अत्याचार को लेकर दतिया के किला चौक पर आज सकल हिंदू समाज ने अपनी आवाज़ बुलंद की और प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं और युवाओं ने हिस्सा लिया। महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की। इन तख्तियों पर लिखे संदेशों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के प्रति गहरी नाराजगी और चिंता व्यक्त की गई थी।
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