NEET-UG Result मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट के रिजल्ट में भारी गड़बड़ी का आरोप, हाईकोर्ट पहुंची भोपाल की छात्रा
NEET-UG Result: देशभर के मेडिकल, डेंटल कॉलेजों में दाखिले के लिए होने वाली नीट-यूजी परीक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। भोपाल की एक छात्रा ने नीट-यूजी रिजल्ट पर सवाल उठाते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है।
आंसर- की और ओएमआर शीट में भारी अंतर
छात्रा ने नीट-यूजी की परीक्षा कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पर आरोप लगाया है कि रिजल्ट में भारी गड़बड़ी की गई है। छात्रा के मुताबिक एनटीए की आंसर-की से ओएमआर शीट का मिलान करने पर 617 नंबर मिल रहे हैं। लेकिन, रिजल्ट में 340 अंक ही प्राप्त हुए हैं। भोपाल के कोलार रोड के देहरी कलां गांव की रहने वाली छात्रा निशिता सोनी ने कहा है कि एग्जाम एजेंसी एनटीए ने जो आंसर-की और ओएमआर शीट भेजी है उसमें गड़बड़ी की गई है। छात्रा के अनुसार ओएमआर शीट, परीक्षार्थियों द्वारा एग्जाम हॉल में जमा की आंसर शीट की स्कैन कॉपी होती है। इसका मिलान जब एनटीए से जारी की गई आंसर-की से किया गया तो उसे 617 नंबर मिले हैं। छात्रा को उम्मीद बंध गई कि अब तो किसी न किसी मेडिकल कॉलेज में काउंसलिंग से एमबीबीएस सीट अलॉट हो ही जाएगी।
नीट-यूजी के स्कोर कार्ड में मिले मात्र 340 अंक
छात्रा निशिता का आरोप है कि एनटीए ने जब रिजल्ट घोषित किया, तो नीट-यूजी के स्कोर कार्ड में उसे मात्र 340 नंबर ही मिले हैं। यह अंक तो ओएमआर शीट में मिले अंको से बहुत कम थे। छात्रा ने बताया है कि उसने रिजल्ट घोषित होने के अगले ही दिन एनटीए को ईमेल कर, रिजल्ट रिव्यू की गुहार लगाई। लेकिन, एनटीए ने ईमेल का अब तक जवाब नहीं दिया है।
हाईकोर्ट में रजिस्टर हुई याचिका
निशिता सोनी ने बताया- रिजल्ट गलत दिए जाने के खिलाफ मप्र हाईकोर्ट की जबलपुर बेंच में याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट ने याचिका को सुनवाई के लिए रख लिया है। निशिता के केस की पैरवी कर रहे वकील बृजेंद्र मिश्रा ने बताया कि याचिका पर सुनवाई वेकेशन बेंच करेगी। हालांकि सुनवाई की तारीख अबी नहीं मिली है।
निशिता तीन साल से कर रही है तैयारी
बताते चले कि कि भोपाल की छात्रा निशिता सोनी पिछले तीन साल से नीट- यूजी की तैयारी कर रही हैं। उनका दावा है कि 5 मई को हुई नीट-यूजी में पूछे गए 180 प्रश्नों में से 159 प्रश्नों के उत्तर सही दिए हैं। निशिता ने माना है कि उन्होंने 19 प्रश्नों के गलत उत्तर भी दिए हैं। इसके अलावा 2 प्रश्नों के उत्तर में पता नहीं लिखे थे। नियमों के हिसाब से नीट-यूजी में प्रश्न का गलत उत्तर देने पर प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 नंबर काटने का प्रावधान है। इसके चलते 159 सही प्रश्नों के उत्तर से मिले 636 नंबर में से 19 नंबर काटकर 617 नंबर होते हैं। लेकिन, रिजल्ट में नंबर 340 मिले हैं। जो रिजल्ट में गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहे हैं।
नीट-यूजी के रिजल्ट में गड़बड़ी की देश व्यापी शिकायत
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 5 जून को नीट-यूजी परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया है। रिजल्ट के हिसाब से इस बार नीट-यूजी में 67 परीक्षार्थियों ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है। इस पर एनटीए का कहना है कि ऐसा NCERT की पुरानी और नई किताब में अंतर होने की वजह से हुआ है। एनटीए ने कहा है कि देश में बड़ी संख्या में छात्र घर में रखी पुरानी किताबों से तैयारी करते हैं ऐसे में हम पुरानी किताब के हिसाब से दिए गए आंसर को गलत नहीं ठहरा सकते। दरअसल नेशनल इलिजिबिल्टी कम एंट्रेस टेस्ट फॉर यूजी के टॉप 13 छात्रों के रोल नंबर आसपास के हैं। इसी के कारण छात्रों को शक बढ़ा है।
67 में से 44 स्टूडेंट्स ने बोनस मार्क्स के कारण किया टॉप
परीक्षा लेने वाली एजेंसी एनटीए ने कहा है कि जिन 67 स्टूडेंट्स को 720 मार्क्स मिले हैं उन सभी को टॉपर नहीं माना जाएगा। 67 में से 44 स्टूडेंट्स को आंसर की में बदलाव होने की वजह से बोनस मार्क्स मिले हैं। इस वजह से इन स्टूडेंट्स ने 720/720 का परफेक्ट स्कोर किया है। परफेक्ट स्कोर करने वाले सबसे ज्यादा 11 स्टूडेंट्स राजस्थान से हैं। इसके बाद तमिलनाडु के 8, महाराष्ट्र के 7, आंध्र प्रदेश और बिहार के 4-4 स्टूडेंट्स हैं।
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