Bulldozer On PM Residence: अधिकारियों ने पीएम आवास पर चलवा दिया बुलडोजर, हाथ में दस्तावेज लिए गिड़गिड़ाता रहा पीड़ित
Bulldozer On PM Residence: शिवपुरी। देश में एक ओर सरकार अंत्योदय की योजना पर कार्य करते हुए गरीबों को पक्का मकान देने के लिए पीएम, सीएम से लेकर जनमन आवास की योजना चला रही हैं। लेकिन शिवपुरी जिले की इंदरगढ़ पंचायत में बना पीएम आवास को प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाओं मुहीम के दौरान तोड़ दिया गया। बेघर हुए पीड़ित ने इसकी शिकायत जिला पंचायत कार्यालय और कलेक्ट्रेट पहुंचकर दर्ज कराई। इस मामले को ऊर्जा मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के सामने भी रखा। उन्होंने इस मामले की जांच कराने की बात कही है।
अधिकारियों ने लूटी थी वाहवाही
उल्लेखनीय हैं कि दो रोज पूर्व प्रशासन ने सुभाषपुरा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे किए गए अतिक्रमण को हटवाया था। एसडीएम शिवपुरी उमेश कौरव के मुताबिक़ सरकारी जमीन पर बनी कुल रकवा 1.0950 हेक्टेयर जमीन पर शराब की दुकान, एक ढाबा, अवैध मकान एवं दुकान, छोटी टपरियां बनाकर किए गए अतिक्रमण को हटवाया था। इसकी बाजार की कीमत लगभग 1.25 करोड़ रूपए बताई गई। लेकिन अधिकारियों ने इसी सरकारी जमीन पर बने एक पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए मकान को भी जमींदोज कर दिया था। पीड़ित, अधिकारियों के सामने पीएम आवास को न तोड़ने की गुहार लगाता रहा लेकिन उसकी एक न सुनी गई।
जानें पूरा मामला
इंदरगढ़ पंचायत में साल 2023 में गांव की रहने वाली महिला सोमवती सोलंकी पत्नी रमेश सोलंकी के नाम पीएम आवास स्वीकृत हुआ था। सोमवती सोलंकी ने आवास की तीनों क़िस्त के 1 लाख 20 हजार रूपये और नरेगा 18 हजार रूपये प्राप्त कर इंदरगढ़ की सरकारी जमीन पर आवास बनवा लिया था। इसके बाद सोमवती और उसके पति रमेश की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, सोमवती सोलंकी का बेटा महेंद्र सोलंकी एक-दो दिन में पीएम आवास में रहने अपनी पत्नी चांदनी और बच्चों के साथ पहुंचने वाला था। हालांकि, इससे पहले ही उसके पीएम आवास को अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान गिरा दिया गया।
दस्तावेज लेकर गिड़गिड़ाता रहा पीड़ित
बता दें कि प्रशासन अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई कर रहा है। सरकारी जमीन पर पीएम आवास बनाने की स्वीकृति सोमवती सोलंकी ने पंचायत स्तर से ले रखी थी। सोमवती को इंदरगढ़ पंचायत स्तर से शासकीय भूमि सर्वे नम्बर 74/1 बनाने की अनुमति दी गई थी। उस वक्त बाकायदा प्रमाणीकरण और पंचनामा भी बनवा कर सोमवती को सौंपा गया था। जब प्रशासन पीएम आवास को तोड़ रहा था। उस वक्त महेंद्र सोलंकी अनुमति से जुड़े हुए प्रमाणीकरण के दस्तावेज और पंचनामा दिखाने की कोशिश करता रहा लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी।
कार्रवाई के दौरान रखा गया थाने में बंद
महेंद्र सोलंकी ने आरोप लगाते हुए बताया कि इंदरगढ़ की इस सरकारी जमीन पर एक रिटायर्ड डीएसपी की निगाह थी। इस जमीन पर उसके परिवार वालों का कब्ज़ा भी था। इसी के चलते साजिशन उसके पीएम आवास को जमीदोज कर दिया गया। महेंद्र सोलंकी ने बताया जिस वक्त अतिक्रमण हटाया जा रहा था। उस वक्त उसने आवास स्वीकृत और बनवाये जाने से संबंधित दस्तावेज दिखाने का प्रयास किया था। लेकिन उसे सुभाषपुरा थाना में बंद करवा दिया गया था।