Paddy wasted in Dindori डिंडोरी में अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों क्विंटल धान बर्बाद
Paddy wasted in Dindori डिंडोरी। आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले में धान खरीद केन्द्रों और सरकारी अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैंकडों क्विंटल सरकारी धान बर्बाद हो गया है। डिंडोरी जिले के चार धान खरीद केन्द्रों पर 11 हजार क्विंटल से ज्यादा धान सड़कर नष्ट हो गया है। किसानों के कठिन परिश्रम से उपजाए गए अनाज की इस बर्बादी पर सरकार की चुप्पी हैरान करने वाली है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल धान की बर्बादी की कहानी आज की नहीं है। वर्ष 2022-23 में मध्य प्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लाजिस्टिक्स कॉरपोरेशन की ओर से तीन अलग अलग ओपन कैब में सैंकडों क्विंटल धान का भण्डारण किया गया था। एमपी सरकार ने इस तीनों कैब की देखरेख एवं रखरखाव का ठेका अहमदाबाद की एक कंपनी को दिया था। हर बार होता यही है कि धान खरीद कर उसे खुले में रख दिया जाता है। वर्ष 2022-23 में भी धान की खरीदी भारी मात्रा में हुई और उसे खुले में रख दिया गया। बेमौसम बारिश के कारण धान पूरी तरह भीग गया। साल दर साल ऐसे ही भीगते रहने से हजारों क्विंटल धान सड़कर नष्ट हो गया।
एक दूसरे पर दोषारोपण का चल रहा सिलसिला
दरअसल डिंडोरी जिले के अमरपुर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत चांदपुर गांव स्थित ओपन कैब में 8785 क्विंटल धान के बर्बाद होने खबर हमारे संवाददाता को लगी तो हमारी टीम ने जिले के कई ओपन कैब का जायजा लिया। इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन के संबंधित विभाग के अधिकारी कहते हैं कि रखरखाव करने वाली कंपनी की लापरवाही के चलते सैंकडों क्विंटल धान बारिश में भीगकर बर्बाद हो गया। अधिकारियों की मानें तो जिले की तीन ओपन कैब में भण्डारित 11677 क्विंटल धान बारिश में भीगने से पूरी तरह बर्बाद हुआ है जिसकी जानकारी भोपाल कार्यालय को तो भेज दी गई है लेकिन खराब धान अभी भी ओपन कैब में रखा हुआ है। सरकारी अधिकारी कहते है कि गुजरात की जिस कंपनी को यह जिम्मा सौंपा गया था उसने लापरवाही की। कंपनी ने समय पर धान को बचाने की कोशिश नहीं की।
आम लोगों की बढ़ी परेशानी
बहरहाल आपराधिक लापरवाही की यह कहानी केवल डिंडोरी की ही नहीं है। पूरे राज्य में खुले में भंडारित धान बर्बाद हो रहा है। फिलहाल तो डिंडोरी के तीन ओपन कैब में धान पूरी तरह से सड़ चुका है जिसकी दुर्गन्ध से आसपास के इलाके में रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है तो वहीं सड़े गले धान को आवारा मवेशी खा रहे हैं जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर भी पड़ रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मध्यप्रदेश वेयरहाउस कारपोरेशन के जिला प्रबंधक होती लाल मरावी ने बताया है कि चाँदपुर ओपन कैब में 8785,निगवानी में 2416 एवं धमनगांव में 475 क्विंटल धान पूरी तरह से खराब हुआ है जिसकी रिपोर्ट उन्होंने भोपाल कार्यालय को भेजी है।
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