Pandit Pradeep Mishra: हाथरस हादसे से भी नहीं लिया सबक, गंदगी और कीचड़ में जारी रहेगी पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा
Pandit Pradeep Mishra: विदिशा। कहते हैं गलती से ही सीख लेने वाला इंसान समझदार कहलाता है, लेकिन पंडित प्रदीप मिश्रा के केस में ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। ये हम नहीं खुद पंडित प्रदीप मिश्रा बयां कर रहे हैं।
यूपी के हाथरस में संत्संग में भगदड़ से 100 से ज्यादा लोगों की मौत होती है। बावजूद इसके विदिशा में पंडित जी का सत्संग बदहाल हालातों में भी जारी है। यहां कीचड़ और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। हालात बद से बद्तर हैं। अव्यवस्थाओं का आलम आपको साफ नजर आ रहा है।
क्या कहते हैं आयोजक
दरअसल, विदिशा में भोपाल सागर बाइपास स्थित निजी कॉलोनी में पंडित प्रदीप मिश्रा(Pandit Pradeep Mishra) शिव महापुराण की कथा कह रहे हैं। आयोजकों का कहना है कि कथा स्थल खेत पर बनाया गया है। ऊपर से बारिश भी जारी है, जिसके चलते पंडाल के भीतर ऐसे हालात बने हुए हैं कि इंसान तो दूर जानवर भी नहीं बैठ सकता।
वहीं दूसरी ओर कथा(Pandit Pradeep Mishra) सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन उनके बैठने की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे में अगर कोई हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
हाथरस हादसे से नहीं ले रहे सबब
गौरतलब है कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग का आयोजन किया गया था। समापन के बाद यहां भगदड़ मच गई थी, जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। यहां अधिक भीड़ होने के चलते ये हादसा हो गया।
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