मध्य प्रदेशराजनीतिनेशनलअपराधकाम की बातहमारी जिंदगीधरम करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बातपढ़ाई-रोजगारदुनिया

Morena News: चंबल की रानी 10 महीनों के बाद थाने से होने लगी विदा, बागियों के जमाने से लोगों का हथियार शौक

Morena News: मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में लोग हथियारों से बहुत ही ज्यादा प्यार करते है। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद भी प्यार कम देखने को नही मिला है। यहां विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान लोगों से हथियार जमा कराए...
11:13 PM Jun 15, 2024 IST | Prashant Dixit

Morena News: मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में लोग हथियारों से बहुत ही ज्यादा प्यार करते है। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद भी प्यार कम देखने को नही मिला है। यहां विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान लोगों से हथियार जमा कराए गए थे। जिसे लगभग 10 महिने पूरा होने को है। अब यह हथियार लोकसभा के चुनाव के बाद लोगों को वापस मिलने शुरू हो गए है। जिसको वापस लेने के बाद लोगों के चेहरे पर मुस्कान दिखाई दे रही है।

बागियों के जमाने से हथियार

बता दें यहां लोग अपने हथियारों से अपने बच्चे की तरह प्रेम करते है। बीहड में बंदूक का लाइसेंस बनने पर लोगों को ऐसी खुशी होती है, जैसे घर में पुत्र ने जन्म लिया है। यहां अभी भी गन कल्चर बच्चों में बचपन (Morena) से ही देखने को मिलता है। जहां मुरैना जिले में बागियों से जमाने से अधिकतर लोगों के पास हथियार हैं। चंबल के बीहड़ों में बागियों के जमाने से हथियारों का शौख है। यहां के लोग अपनी बंदूकों (Morena) को बेहद प्यार करते है। वे बंदूक को रानी मानते है। यहां हथियारों को लोग "चंबल की रानी" के नाम से जानते है।

आत्मरक्षा के लिए लाइसेंस लेते

चंबल में अधिकतर लोगों के अनुसार हमने आत्मरक्षा के लिए लाइसेंस लिया है। यहां बंदूक से गोली चलना आम बात मानी जाती रही है। इस कल्चर पर लगातार पुलिस और प्रशासन कार्यवाही कर रहा है। इसके बाद भी यहां का गन कल्चर लगातार बना हुआ है। अजय सिकरवार बंदूक लाइसेंस धारी है। वह बंदूक रखते है, उन्होंने कहा कि जब घर में एक पुत्र पैदा होता है, जितनी खुशी होती है, उतनी खुशी बंदूक का लाइसेंस बनता है, तब भी होती है। जब लोगों को पता चला कि अब आचार संहिता हटने के बाद बंदूके थाने से 10 महीने बाद रिहा हो रहीं है।

बिस्मिल संग्रहालय में प्रदर्शनी

उसके बाद जिले के थानों में लोग अपनी बंदूके लेने आने लगे है। जिससे थानों पर लंबी लाइन लगने लगी है। जिनको भी अपनी बंदूक मिल रही है। तो उनके चेहरे पर मुस्कान दिखाई दे रही है। बता दें कि मुरैना जिले के बिस्मिल संग्रहालय में एक अलग से बंदूकों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें चंबल के बीहड़ों में जब बागियों की समस्या थी तब की बंदूके है, जिसमें SLR से लेकर AK-47 तक बंदूके रखी हुई हैं, जो कि उन बागियों (Morena) से पुलिस के साथ मुठभेड़ में पकड़ी गई है, पुलिस के द्वारा जब्त की गई है, उनको संग्रहालय (Morena) में रखा गया है।

यह भी पढ़े: बद्रीनाथ हाइवे पर बड़ा सड़क हादसा, सवारी ट्रैवलर अलकनंदा नदी में गिरी, 12 लोगों की मौत

यह भी पढ़े: फेडरल गन केस में अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडेन दोषी करार, ट्रंप ने खड़े किए सवाल

Tags :
code of conductcode of conduct endMorenaMorena WeaponsMorena Weapons Backweapons back to peopleआचार संहिताआचार संहिता ख़त्ममुरैनामुरैना हथियारमुरैना हथियार वापसलोगों को हथियार वापस

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article