PM JANMAN Yojana: जनमन योजना से आदिवासियों की राह हुई आसान, योजना अंतर्गत बनी देश की पहली सड़क
PM JANMAN Yojana: बालाघाट। प्रधानमंत्री जन मन योजना (जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान) के तहत जनजाति समुदायों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करके पीविटीजी परिवारों को व्यक्तिगत अधिकार और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना है। इस योजना के माध्यम से विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह की सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाना सरकार की मंशा है। जिसके तहत सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के साथ-साथ बेहतर सड़क और दूर संचार संपर्क एवं आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना प्रमुख उद्देश्य है।
जनमन योजना से बनी पहली सड़क
इसी कड़ी में विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह (पीविटीजी) परिवारों के ग्राम तक प्रधानमंत्री जन मन योजना अंतर्गत देश की पहली सड़क बनाकर तैयार कर दी गई। इस पर अब बैगा आदिवासियों की जिंदगी रफ्तार भरते नजर आएगी। आपको बता दें बालाघाट जिले में पीएम जनमन योजना अंतर्गत देश की सबसे पहली सड़क बनकर तैयार है। बालाघाट जिले में एक नहीं बल्कि इस योजना अंतर्गत एक साथ तीन सड़कें बनकर तैयार की गई हैं।
पीएम जनमन योजना अंतर्गत बनकर तैयार हुई देश की पहली सड़कों के नाम से जानी जाएंगी। ये सड़कें तकरीबन 20 गांव को जोड़ने का काम करती हैं। इन सड़कों के बनकर तैयार होने से अब आदिवासी बैगा परिवारों को जंगल के रास्तों से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही बेहतर सड़क से उनकी जिंदगी की रफ्तार अब तेज हो सकेगी। क्योंकि इन सड़कों के निर्माण के बाद सरकार की योजनाएं उन तक सीधे पहुंचेगी, जिसका पूरा लाभ वहां के निवासरत लोगों को मिलेगा।
आदिवासियों को मिलेगा सरकारी योजना का लाभ
ग्रामीणों की माने तो पहले सड़कों के अभाव में उन तक एंबुलेंस, जननी एक्सप्रेस आदि वाहन नहीं पहुंच पाते थे। वहीं, बारिश में स्कूली बच्चों को स्कूल तक जाने में भी परेशानी होती थी। इसके अलावा शाम के बाद वन्य प्राणियों के भय से इन मार्गों पर चलना किसी खतरे से खाली नहीं था। ऊबड़-खाबड़ रास्ते लोगों के जीवन को अवरुद्ध कर रहे थे। अब इन सड़कों के बनने बाद वहां के हालात बदलने तय हैं। इन सड़कों के निर्माण के बाद यहां के लोगों के चेहरों पर प्रसन्नता के भाव झलकते नजर आए। उन्होंने सहर्ष से बताया कि अब सड़क की सुविधा से उनकी बहुत सी परेशानी दूर हो जाएंगी।
सुंदर सडकों में बदली पगडंडियां
पीएमजीएसवाय के सहायक प्रबंधक विनोद गढ़वाल ने बताया कि इस क्षेत्र में नाटा से पंडाटोला 4.85 किमी, बड़गांव से साल्हे 4.50 किमी, पंडाटोला से बिजाटोला है, जिसकी लंबाई 0.811 मीटर है। करीब 1 किमी की इस सड़क का सीधे तौर पर 935 नागरिक तो उपयोग कर ही रहे है। इनके अलावा आसपास के 4 टोलों के लिए भी यह सड़क उपयोगी है। हालांकि, नाटा से पंडाटोला और उन्डईटोला के बीच दो पुल बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इनका कार्य बारिश के बाद ही शुरू होगा।
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