Ken Betwa Nadi Pariyojana: नदी जोड़ो परियोजना का पहला कदम, आज केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का उद्घाटन
Ken Betwa Nadi Pariyojana: भोपाल। पीएम नरेन्द्र मोदी आज मध्य प्रदेश में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना के जरिए न केवल मध्य प्रदेश की तकदीर बदलेगी वरन पूरे देश को भी एक नई दिशा का रास्ता मिलेगा। आपको बता दें कि नदी जोड़ो परियोजना देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक थी।
मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड की बदलेगी तकदीर
केन-बेतवा परियोजना पूरी होने के बाद मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों की किस्मत बदल जाएगी। इस प्रोजेक्ट से किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी मिलेगी तो वहीं दूसरी ओर पेयजल और उद्योगों के लिए भी पर्याप्त पानी की व्यवस्था होगी। इस तरह क्षेत्र का आर्थिक, सामाजिक विकास होगा और राज्य में पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे जिससे रोजगार में भी वृद्धि होगी। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी सोशल मीडिया पर इस संबंध में जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया है।
"केन-बेतवा लिंक परियोजना"
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के कर कमलों से 25 दिसंबर को बुंदेलखण्ड की समृद्धि और विकास का प्रारंभ होगा नया अध्याय।
बुंदेलखण्ड के 10 जिलों के 8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई एवं 40 लाख से अधिक आबादी को मिलेगा पेयजल।
अभिनंदन… pic.twitter.com/1PwldY6AHn
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 24, 2024
कुल 44,605 करोड़ रुपए की है परियोजना
पीएम मोदी आज जिस केन-बेतवा परियोजना (Ken Betwa Nadi Pariyojana) का उद्घाटन करने जा रहे हैं, उसकी कुल लागत 44,605 करोड़ रुपए आंकी गई है। इस प्रोजेक्ट पर 90 फीसदी धनराशि केंद्र सरकार और दस फीसदी खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। इस प्रोजेक्ट से राज्य के 8.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो पाएगी जिससे राज्य की कुल कृषि उपज बढ़ेगी और किसानों को आर्थिक रूप से फायदा होगा।
ऐसे है सबसे बड़ी परियोजना
केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट देश में भूमिगत दबावयुक्त पाइप सिंचाई प्रणाली सिस्टम प्रयोग करने वाली अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है। इसके लिए पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचा और 2.13 किलोमीटर लंबे बांध का निर्माण कर दो टनल बनाई जाएंगी जिनमें करीब 2,853 मिलियन घन मीटर जल एकत्रित किया जा सकेगा।
परियोजना (Ken Betwa Nadi Pariyojana) में केन नदी पर बांध से 221 किलोमीटर लंबी लिंक नहर के जरिए दोनों राज्यों में पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। बचे हुए जल को बेतवा नदी में डाला जाएगा ताकि उसका जलस्तर भी बना रहे। इनके साथ ही राज्य में करीब 42 तालाबों की मरम्मत व जीर्णोद्धार किया जाएगा ताकि वर्षाकाल में जलभराव को रोक कर ग्रामीणों को पूरे साल पानी उपलब्ध कराया जा सके।
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