PM Awas Yojana: भिंड में पीएम आवास योजना का सच! कोई पेड़ के नीचे रह रहा तो किसी को तिरपाल का सहारा
PM Awas Yojana: भिंड। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार भले ही प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कई योजनाओं को संचालित कर रही हो, मगर धरातल पर आज भी कुछ लोगों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जहां एक ओर देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है वहीं दूसरी ओर आजादी के 78 साल बाद भी भिंड जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां आज तक लोग मूलभत सुविधाओ से भी वंचित हैं।
पुलावली गांव में तीन परिवार कच्चे जर्जर मकान या खुले में रहने को मजबूर
जी हां हम बात कर रहे हैं भिंड जिला मुख्यालय से महज 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुलावली गांव की। यहां तीन ऐसे गरीब परिवार हैं जिनको प्रधान मंत्री आवास (PM Awas Yojana) और उज्ज्वला योजना का लाभ नही मिल सका है। पुलावली गांव के बाबूराम, मंशाराम एवं बुजुर्ग पनकला देवी, यह तीन लोग ऐसे हैं जिनके पास ना तो सिर छिपाने के लिए पक्की छत है, ना खाना पकाने के लिए गैस चूल्हा, गैस चूल्हा ना होने के कारण आज भी इन घरों में मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी से खाना बनता है।
भले ही इन सभी को राशन और पेंशन मिल रही है लेकिन ना तो सिर छिपाने के लिए पक्का घर है, ना ही स्थाई रोजगार और खेती। ऐसे में ये परिवार गरीबी में गुजर बसर करने को मजबूर हैं। बाबूराम, मंसाराम एवं पनकला देवी ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने सचिव और सरपंच से कई बार गुहार लगाई मगर उनकी अब तक सुनवाई नहीं हो सकी है।
पेड़ एवं तिरपाल के सहारे पनकला देवी
पुलावली गांव में ही रहने बाली बुजुर्ग महिला पनकला देवी की माली हालत ठीक नहीं है। वो पेड़ के नीचे फटी हुई पालीथिन की त्रिपाल के नीचे अपना जीवन यापन करने को मजबूर है। बुजुर्ग महिला पनकला की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि उन्हें कभी-कभी बरसात में दूसरों के घर के बाहर अपनी रात गुजारती पड़ती है। पनकला देवी के घर गृहस्थी का सामान पेड़ पर रस्सी के सहारे लटके हुई मिट्टी के मटकों में रखा रहता है। अब सोचिए ऐसे लोगों का जीवन यापन कैसे होता होगा।
सांसद ने दिलाया भरोसा
भिंड दतिया सांसद संध्या राय ने बताया की सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर गरीब को पक्का मकान देने का प्रयास कर रही है। मगर यह बात सही है कि कुछ लोग आज भी ऐसे हैं जिन्हें आवास नहीं मिल पाया है। सांसद संध्या राय ने बताया कि हाल ही में भिंड प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल का दौरा हुआ था। उन्होंने कहा है कि ऐसे सभी लोगों को आवास प्लस योजना में जोड़कर जल्द आवास मुहैया कराए जाएंगे।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने आवास योजना को लेकर उठाए सवाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री आवास योजनाओं (PM Awas Yojana) को लेकर भले ही श्रेय ले रही हो मगर हकीकत कुछ और ही है। सिर्फ कागजों में आवास बनाए जा रहे हैं लोगों तक इसका लाभ आज भी नहीं मिल पा रहा है। आपको बता दें कि इस योजना को लेकर कई जगहों पर भ्रष्टाचार की भी शिकायतें सामने आई हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में घर दिलाने के लिए मांगे दस हजार रुपए
सरकारी महकमें में पैसों की इतनी भूख बढ़ गई है कि बीड़ी बनाकर अपना जीवन यापन करने वाली महिलाओं से भी प्रधानमंत्री आवास के नाम पर महिलाओं से पैसों की मांग करना और उनसे अपशब्द कहने जैसी बातों ने उस वक्त पंचायत भवन में खलबली मचा दी, जब ग्राम सभा में सचिव के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया और हंगामा कर दिया।
दरअसल पंचायत भवन में प्रधानमंत्री आवास को लेकर सभा होनी थी, लेकिन पीएम आवास में पैसा को लेकर आवास आवंटित करने के मामले में गहमा गहमी तक पहुंच गया, यहां तक कि सरपंच और अन्य सदस्यों को भवन छोड़कर जाना भी पड़ गया ।
200 ग्रामीणों ने घेर लिया भवन
उमरिया जिले के अमरपुर ग्राम में पीएम आवास योजना (PM Awas Yojana) में पात्र हितग्राहियों का नाम जोड़ने को लेकर सभा बुलाई गई थी। यहां सचिव द्वारा हर आवंटित आवास पर 10 हजार रुपए की मांग करने को लेकर महिलाओं ने हंगामा कर दिया। कोई किराए के कमरे में रह रहा है तो कोई झोपड़ी बनाकर अपना गुजारा कर रहा है।
आमसभा में पहुंचे ग्राम के करीब 2oo ग्रामीणों ने पूरा भवन घेर लिया था और आवास के बदले पैसे मांगने पर कड़ी आपत्ति जताई। महिलाओं का कहना है कि 10 हजार रुपये देने के बाद भी सचिव ने आवास लिस्ट से नाम काट दिया और हम झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं। हालांकि इस आरोप को सिरे से नकारते हुए जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि अगर ऐसा है तो जांच कराई जाएगी।
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