Salai Gum Burhanpur: सलाई गोंद के लिए वन विभाग ने लाइसेंस किए जारी, क्यों हो रहा है विरोध?
Salai Gum Burhanpur: बुरहानपुर। जिले में हाल ही में वन विभाग ने 6 लोगों को सलाई गोंद खरीदी के लिए लाइसेंस जारी किए। सलाई के पेड़ों पर केमिकल डालकर गोंद निकाला जाता हैं। केमिकल डालने से गोंद ज्यादा निकलता है लेकिन यह केमिकल पेड़ो के लिए नुकसानदायक साबित होता है। अब पर्यावरण प्रेमियों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। इस मामले की गूंज भोपाल मुख्यालय तक पहुंच गई है।
गोंद मामले ने पकड़ा तूल
अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। पर्यावरण प्रेमियों ने लाइसेंस जारी करने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की। पर्यावरण प्रेमी ने कहा कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए और संबंधित लोगों के लाइसेंस निरस्त कराया जाएं ताकि जंगलों में सलाई गोंद के पेड़ों की रक्षा की जा सके। बता दें कि पिछली बार जिले में वन समितियों और समाजसेवी ने जंगल में सलाई गोंद के पेड़ों को बचाने के लिए भारी विरोध किया था। इसके बाद वन विभाग ने सभी लोगों के दिए गए गोंद के लाइसेंस निरस्त कर दिए थे। इस साल एक बार फिर वन विभाग ने सलाई गोंद के नए लाइसेंस जारी किए।
समाजसेवियों ने किया विरोध
इस मामले को लेकर समाजसेवी जितेंद्र रावतोले ने विरोध जताया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से भी मांग की है कि सलाई गोंद के लाइसेंस निरस्त किए जाएं। इससे हमारा जंगल और सलाई के पेड़ों को बचाया जा सकेगा। जिले में सलाई के पेड़ गिने-चुने बचे हैं। उनका तर्क है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत आम जनता से पेड़ लगाने की अपील कर रहे हैं। पेड़ों से केमिकल के जरिए गोंद निकालने से पेड़ो को नुकसान पहुंच रहा और धीरे-धीरे जंगल को खत्म हो रहा है। पूरे मामले में समाजसेवी जितेन्द्र रावतोलै ने लाइसेंस निरस्त करने कि शिकायत भोपाल मुख्यालय में अधिकारियों से की।
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