Shahdol News: शहडोल में हवा हुए प्रशासन के दावे, बच्चों से करवाई जा रही है मजदूरी
Shahdol News: केंद्र से लेकर राज्य सरकारों ने बाल श्रम रोकने के लिए न जाने कितने कानून बनाए हैं और न जाने कितनी योजनाएं बनाई गई हैं। कागजों में कानून कितने भी हों, लेकिन धरातल में उनमें से एक का भी पालन उचित प्रकार से नहीं हो पाता है। गरीबी की दलदल में फंसे बच्चे आज भी बाल मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं। ऐसा ही एक मामला शहडोल जिले के खैरहा थाना क्षेत्र के गांव हरदी से आया है।
दबंग करवा रहे हैं बच्चों से मजदूरी
हरदी गांव में दबंगों द्वारा मकान का निर्माण करवाया जा रहा है। इस मकान के निर्माण में आदिवासी मासूम बच्चों से जबरन काम करवाया जा रहा है। 10 से 12 साल की उम्र तक के बच्चे फावड़ा और तगारी उठाकर मजदूरी कर रहे हैं। इन बच्चों से अपने कपड़े तक नहीं संभल रहे हैं और इनसे मजदूरी करवाई जा रही है। एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया कि दबंगों के डर के आगे कोई भी मना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
बच्चों द्वारा की जा रही मजदूरी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जाहिर है वीडियो प्रशासन के लोगों तक भी पहुंचा होगा। हालांकि, इसके बावजूद प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बाल श्रम कानून नियमों के तहत हम आपको ये वीडियो और तस्वीरें नहीं दिखा सकते हैं।
आम आदमी के लिए उदासीन प्रशासन
ये मामला गरीब आम जनता से जुड़ा है शायद इसलिए प्रशासन अब तक आंख मूंदकर बैठा है। अगर यह मामला किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति से जुड़ा होता या किसी राजनेता को इसमें वोट बैंक का फायदा दिखाई देता तो वो इस मामले को जरूर उठाता। ये बच्चे ना ही तो किसी का वोट बैंक हैं और ना ही इनके परेशान होने से किसी को कोई फर्क पड़ता है।
यह भी पढ़ें:
Amarwara By-Election: कमलेश शाह ने क्यों छोड़ी कांग्रेस, पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने बताई अहम वजह
MP Weather Update: इन जिलों में भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट