Shakti Didi Campaign: अब तक 22 जरूरतमंद महिलाएं बनी ‘शक्ति दीदी’
Shakti Didi Campaign: ग्वालियर। मध्य प्रदेश में ग्वालियर जिले की जरूरतमंद महिलाएं अब घर की दहलीज से बाहर आकर आत्मनिर्भरता की इबारत लिख रही हैं। जिला प्रशासन व पुलिस ने इन महिलाओं का हौंसला बढ़ाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिये ग्वालियर जिले में "शक्ति दीदी" के नाम से यह प्रेरणादायी पहल की गई है। इस पहल के तहत शहर के 4 और व्यस्ततम पेट्रोल पंप पर 7 महिलाओं ने ‘शक्ति दीदी’ के रूप में फ्यूल डिलेवरी वर्कर का मोर्चा संभाला।
इसी वर्ष 2 जनवरी से शुरू हुआ था अभियान
जिला कलेक्टर रुचिका चौहान ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में काल्पीब्रिज मुरार स्थित गणेश पेट्रोल पंप पर लता राजौरिया व संजू गर्ग को ‘शक्ति दीदी’ की जैकेट पहनाई। इसके साथ ही इन्होंने फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में वाहनों में तेल भरने का काम शुरू कर दिया। ग्वालियर शहर में शक्ति दीदियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
आपको बता दें कि नए साल के दूसरे दिन यानि 2 जनवरी को कलेक्टर की पहल पर पांच महिलाओं ने ‘शक्ति दीदी’ के रूप में फ्यूल डिलेवरी वर्कर का मोर्च संभाला था। तब से अब तक 22 जरूरतमंद महिलायें शक्ति दीदी (Shakti Didi Campaign) के रूप में फ्यूल डिलेवरी वर्कर की कमान संभाल चुकी हैं।
जरूरतमंद महिलाएं बन रही हैं सशक्त
उल्लेखनीय है कि जिन महिलाओं को “शक्ति दीदी” के रूप में फ्यूल वर्कर के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया है, वे ऐसी महिलायें हैं जो जरूरतमंद हैं, अपनो द्वारा उपेक्षित हैं अथवा जिनके पति का असमय निधन हो चुका है। कलेक्टर ने पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें।
जिला प्रशासन व पुलिस उनके सहयोग के लिये सदैव तत्पर है। इस अवसर पर उन्होंने शहरवासियों का आह्वान किया कि वे पेट्रोल पंपों पर अपने वाहन में तेल भरवाते समय फ्यूल वर्कर की भूमिका निभा रही शक्ति दीदी का सम्मान और हौसला अफजाई करें, जिससे उनका मनोबल बढ़े।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने दिया सुरक्षा और सहयोग का आश्वासन
उन्होंने पेट्रोलियम कंपनियों के प्रतिनिधियों एवं पेट्रोल पंप संचालकों से भी कहा कि वे शक्ति दीदी को फ्यूल डिलेवरी वर्कर का काम करने के लिये अच्छा प्रशिक्षण दिलाएं, जिससे उन्हें काम करने में कोई परेशानी न हो। साथ ही कहा कि शक्ति दीदी को निर्धारित वेतन के साथ-साथ बीमा व भविष्य निधि कटौत्रा का लाभ एवं साप्ताहिक अवकाश अवश्य दिया जाए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सभी शक्ति दीदियों (Shakti Didi Campaign) को आश्वस्त किया है कि पुलिस द्वारा उनकी सुरक्षा व सुविधा का पूरा ध्यान रखा जायेगा। नजदीकी थाने के गश्ती व बीट स्टाफ के फोन नम्बर महिला वर्कर को उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही बीट स्टाफ नियमित रूप से पेट्रोल पंप का भ्रमण भी करेगा। जिला प्रशासन की इस पहल में शहर के पांच पेट्रोल पंपों पर “शक्ति दीदी” के रूप में 8 महिलाओं ने फ्यूल डिलेवरी वर्कर का मोर्चा संभाला।
(ग्वालियर से सुयश शर्मा की रिपोर्ट)
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