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Shivraj Singh Chouhan: कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा क्या कह दिया जिसे सुनकर किसानों के चेहरे खिल उठेंगे

Shivraj Singh Chouhan: भोपाल। देश के अग्रणी संस्थान ICAR ने अब इस तरह के बीज तैयार कर लिए हैं जो कम लागत, कम मेहनत, कम समय और कम पानी में ही अच्छी पैदावार दे देंगे। संस्थान ने हाल ही 109...
08:08 PM Aug 10, 2024 IST | MP First

Shivraj Singh Chouhan: भोपाल। देश के अग्रणी संस्थान ICAR ने अब इस तरह के बीज तैयार कर लिए हैं जो कम लागत, कम मेहनत, कम समय और कम पानी में ही अच्छी पैदावार दे देंगे। संस्थान ने हाल ही 109 नई किस्में तैयार की हैं। केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने बताया कि इनमें अनाज की 23, अनाज में चावल की 9, गेहूं की 2, जौ की 1, मक्का की 6, ज्वार की 1, बाजरा की 1, रागी की 1, छीना की 1, सांबा की 1, अरहर की 2, चने की 2, मसूर की 3, मटर की 1, मूंग की 2, ओवरऑल तिलहन की 7, चारे की 7, गन्ने की 7, कपास की 5, जूट की एक और बागवानी की 40 किस्में शामिल हैं।

कृषि को बताया भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़

केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा। उन्होंने कहा कि आज कृषि क्षेत्र लगभग 50 फीसदी लोगों को रोजगार देता है। अर्थव्यवस्था में भले ही कृषि का भाग 17 प्रतिशत से ज्यादा है, परन्तु किसान अगर उत्पादक है तो सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। किसान कुछ खरीदता है, उससे जीडीपी बढ़ती है।

किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार ने बनाया रोडमैप

उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता किसान है। सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है। इस रोडमैप में छह उद्देश्यों को मुख्य रूप से शामिल किया है। ये उद्देश्य (1) उत्पादन बढ़ाना, (2) उत्पादन की लागत घटाना, (3) कृषि उत्पाद का ठीक दाम लगाना, (4) प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति, (5) कृषि का विविधिकरण एवं (6) प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है।

शिवराज सिंह ने कहा कि हम पीएम मोदी के नेतृत्व में इन सभी छह उद्देश्यों पर काम कर हैं। हमें आज ऐसे बीज की जरूरत है जो जलवायु के अनुकूल हों, उचित पैदावार दे सकें, कीटनाशकों का प्रयोग कम हो। सही बीज उत्पादित कर और रिसर्च करके बीज बनाना अनुसंधान बहुत ही महत्वपूर्ण काम है।

20 फीसदी कम पानी के प्रयोग से तैयार होगा धान

उन्होंने बताया कि हमारे वैज्ञानिकों ने अनुसंधान करके अधिक उत्पादन देने वाली, धान की ऐसी किस्म तैयार की है जिसमें 20 फीसदी तक कम पानी लगेगा। उत्पादन के साथ ही कीटों का प्रकोप भी कम हो, वो प्रयत्न भी किया गया है।

11 तारीख को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग 109 किस्मों को जारी करेंगे। अलग एग्रो क्लाइमेटिक ज़ोन के लिए अलग किस्म हैं। एरिया स्पेसिफिक फसलों के लिए बीजों की किस्म तैयार की गई है। इसके लिए प्रधानमंत्री ICAR के खेतों में जाकर बीजों की किस्मों को रिलीज करेंगे।

27 हजार करोड से 1.52 लाख करोड रुपए हुआ कृषि बजट

उन्होंने आगे बताया कि यूपीए की सरकार में कृषि बजट 27 हजार करोड़ हुआ करता था जो आज करीब 1.52 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। केन्द्रीय मंत्री ने सब्सिडी फर्टिलाईजर की बात करते हुए बताया कि गत वर्ष एक लाख 95 हजार करोड़ की फर्टिलाईजर सब्सिडी दी गई थी। इसके साथ ही एग्रीकल्चर सेक्टर के लिए भी कई नए प्रावधान किए गए हैं जो आने वाले समय में किसानों की मदद करेंगे।

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