NCL Singrauli में लगातार दूसरे दिन CBI की रेड, दिल्ली से पहुंची टीम खंगाल रही दस्तावेज
Singrauli CBI Raid सिंगरौली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली एनसीएल में लगातार दूसरे दिन सीबीआई की कार्रवाई जारी है। सीबीआई की टीम ने एनसीएल के निदेशक समेत मुख्य सतर्कता अधिकारी के यहां आज (सोमवार, 19 अगस्त) सुबह दबिश दी। एनसीएल के अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि एनसीएल के कई अन्य अधिकारियों पर भी सीबीआई की गाज गिर सकती है।
दूसरे दिन भी सिंगरौली में CBI की रेड
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार, सुबह 7 बजे ही सीबीआई की टीम एनसीएल के निदेशक तकनीकी योजना एवं परियोजना सुनील प्रसाद सिंह (NCL Director Sunil Prasad Singh) समेत मुख्य सुरक्षा अधिकारी रवींद्र प्रसाद के ठिकाने पर छापेमारी करने पहुंची। बताया जा रहा है कि रवींद्र प्रसाद अपने घर पर नहीं थे। दिल्ली से पहुंची सीबीआई की टीम गहन छानबीन में जुटी है। इस टीम का संचालन एडिशनल एसपी मुकेश कुमार कर रहे हैं।
NCL अधिकारियों के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात
सीबीआई की कार्रवाई को देखते हुए एनसीएल अधिकारियों के घर के बाहर पुलिस की टीम को तैनात किया गया है। सीबीआई टीम की ओर से निर्देश दिया गया है कि इस दौरान कोई भी व्यक्ति बंगले में प्रवेश न करे। वहीं, निदेशक सुनील प्रसाद सिंह के घर तीन सदस्यीय टीम जांच में जुटी है। सिंगरौली, जबलपुर और नोएडा में कई स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, डिजिटल डिवाइस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
शनिवार को भी CBI की टीम ने की थी छापेमारी
बता दें कि, शनिवार को सीबीआई की टीम सिंगरौली एनसीएल के अधिकारियों के घर छापेमारी करने पहुंची थी। छापेमारी में एनसीएल के सबसे बड़े सप्लायर रवि कुमार के घर से CBI की टीम ने 1.5 करोड़ रुपए नकद बरामद किए। वहीं, सीएमडी बी साइराम के पीए सूबेदार ओझा के निवास से करीब 3 करोड़ रुपए बरामद किए हैं। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के प्रबंधक (सचिवालय) और सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा को गिरफ्तार किया है। यह राशि कथित तौर पर एनसीएल, सिंगरौली में उनके संचालन के लिए कई ठेकेदारों और अधिकारियों से उनके पक्ष में एकत्र की गई थी।
रिश्वत देने वाला बिचौलिया भी गिरफ्तार
सीबीआई ने मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के बिचौलिए और मालिक रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है। वह कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों/ व्यापारियों और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के कई अधिकारियों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के इन अधिकारियों को रिश्वत पहुंचाने और उन्हें सुविधा प्रदान कर रहा था।
मध्य प्रदेश के सिंगरौली स्थित मेसर्स संगम इंजीनियरिंग के रविशंकर सिंह के सहयोगी दिवेश सिंह को भी सीबीआई में लंबित शिकायतों/जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट प्राप्त करने के एवज में जॉय जोसेफ दामले, उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी, सीबीआई, जबलपुर को 5 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। रविशंकर सिंह एवं उसके अन्य सहयोगी एनसीएल (नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के अधिकारियों और जे जे दामले के बीच बिचौलिए के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
5 लाख रुपए की रिश्वत देने का है आरोप
आरोप है कि 16.08.2024 को रविशंकर सिंह के निर्देश पर रवि सिंह के कर्मचारी अजय वर्मा ने लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), मुख्य प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, सिंगरौली से 5 लाख रुपये का उपरोक्त अनुचित लाभ प्राप्त किया था। रिश्वत की रकम कथित तौर पर सूबेदार ओझा द्वारा भेजी गई थी और 17.08.24 को रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह रकम एसीबी जबलपुर, सीबीआई के डिप्टी एसपी जेजे दामले तक पहुंचाने का निर्देश दिया था।
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