Stone Pelting At Police Station: चिट्ठी लिख कर उपद्रव के लिए बुलाई थी हजारों की भीड़, थाने पर पथराव किया तो घरों पर चले बुलडोजर
Stone Pelting At Police Station: छतरपुर। शहर में हिंसा भड़काने और पुलिस पर पथराव करने वाले अपराधियों के घरों पर आज बुलडोजर चलाया गया है। जिनके घर गिराए जा रहे हैं, उनमें शहजाद हाजी पूर्व सदर की आलीशान कोठी भी शामिल हैं। इस मौके पर भारी पुलिस बल जाप्ते के साथ जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
पुलिस स्टेशन पर पथराव के मामले में 46 आरोपियों को नामजद तथा 150 अन्य अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इनमें से दस आरोपियों (Stone Pelting At Police Station) को गिरफ्तार कर लिया गया है जिनके खिलाफ आगे कार्यवाही की जाएगी। शहर में शांति व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है जो किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ये है पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला महाराष्ट्र के अहमदनगर में रामगिरी महाराज द्वारा पैंगबर मुहम्मद पर की गई एक आपत्तिजनक टिप्पणी से शुरू हुआ था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा जहां छतरपुर के कुछ लोगों ने देखा और सुना। उन्होंने इसकी जानकारी मुस्लिम समाज को दी जिस पर इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए पुलिस से तत्काल रामगिरी महाराज को गिरफ्तार करने की मांग की गई।
पुलिस को दिए आवेदन में मुस्लिमों ने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो महाराष्ट्र के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी शांति भंग हो सकती है। बाद में बड़ी संख्या में मुस्लिम एकत्रित होकर कोतवाली पहुंचे और थाने का घेराव किया। इसी दौरान भीड़ ने अचानक ही कोतवाली थाने और पुलिसकर्मियों पर पथराव आरंभ कर दिया। पथराव में थाना प्रभारी अरविंद कुजूर एवं दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। थाने में मौजूद वाहनों को भी पथराव में क्षति पहुंची।
बड़ी साजिश के तहत पत्र भेजकर जुटाई गई थी भीड़
इस मामले में एक बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि वहां पर हंगामा करने के लिए बाकायदा पत्र भेजकर लोगों को बुलाया गया था। इस पत्र में सभी मुस्लिमों को 21 अगस्त 2024, बुधवार को नमाज के बाद सिटी कोतवाली आने के उकसाया गया था। हजारों मुस्लिम परिवारों को यह पत्र भेजा गया था।
माना जा रहा है कि आरोपी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। परन्तु प्रशासन की सख्ती और चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के चलते बड़ा हादसा होते-होते रह गया। हालांकि कोतवाली थाना पर भीड़ द्वारा पथराव किए जाने से थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे तथा वहां खड़े वाहनों को भी भारी क्षति पहुंची थी। पुलिस अब आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई है।
मामले की सूचना मिलते ही कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे
थाने पर पथराव तथा पुलिसकर्मियों के घायल होने की जानकारी (Stone Pelting At Police Station) मिलते ही जिला कलेक्टर एवं एसपी ने छतरपुर अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल पूछा। साथ ही थाने जाकर वहां पर मौके का जायजा लिया। पथराव में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया और उनके घर ढहाए जाने के लिए बुलडोजर रवाना किए गए।
छतरपुर डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि उपद्रव और पथराव में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शहर में शांति व्यवस्था तथा सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं और अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
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