Strawberry Cultivation Chhindwara: पथरीली जमीन पर किसान की मेहनत लाई रंग, स्ट्रॉबेरी की खेती से हो रहा करोड़ों का व्यापार
Strawberry Cultivation Chhindwara: छिंदवाड़ा। कहते हैं कि कुछ कर गुजर जाने की चाहत हो तो लोग पत्थर से भी पानी निकाल लेते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है, छिंदवाड़ा के एक किसान ने। पथरीली जमीन पर खेती किसानी करना काफी टेढ़ी खीर होती है। पानी की कमी होने के बाद भी किसान ने अपनी मेहनत से तकनीक का उपयोग कर स्ट्रॉबेरी की खेती कर मुनाफा कमाया।
महाराष्ट्र और एमपी में स्ट्रॉबेरी की है मांग
किसान कैलाश पवार ने बताया कि एक एकड़ खेत में लगभग 5000 पौधे लगाए जा सकते हैं। इसकी लागत लगभग 6 लाख रूपए के करीब आती है। इसकी मार्केट में काफी अच्छी कीमत मिल रही है। कभी मार्केट ज्यादा ही गिरा तो 100 तक जाता है। इसको लेकर किसान के द्वारा महाराष्ट्र के नागपुर समेत अन्य स्थानों पर ही नहीं मध्य प्रदेश में भोपाल, इंदौर, जबलपुर और छिंदवाड़ा में भी स्ट्रॉबेरी की काफी मांग है।
स्ट्रॉबेरी के कई फ़ायदे होते हैं
स्ट्रॉबेरी में कैलोरी कम होती है, इसलिए यह वजन कम करने में मदद करती है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कुछ कैंसर जैसे कोलोरेक्टल कैंसर को रोकने में भी मदद कर सकते हैं। स्ट्रॉबेरी में मौजूद फ़ाइबर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सूजन को कम करने और मसूड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। स्ट्रॉबेरी में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मज़बूत बनाते हैं। इसमें पॉलीफ़ेनॉल और फ़ाइबर पेट में रहने वाले अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। स्ट्रॉबेरी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। इस तरह यह फल कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद है।