NEET Result Controversy: विवादों में घिरे नीट परीक्षा रिजल्ट्स पर हाई कोर्ट में होगी सुनवाई, छात्रा ने लगाया गड़बड़ी का आरोप
NEET Result Controversy: जबलपुर। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट का परिणाम विवादों में घिरता नजर आ रहा है। छात्रा अमीषी वर्मा की ओर से हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। इसमें कहा गया है कि नीट के रिजल्ट्स में गड़बड़ी का हुई है। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की गई इस परीक्षा का परिणाम चार जून को घोषित हुआ था। अब इस मामले पर सोमवार को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में सुनवाई हो सकती है।
नीट परीक्षा में गड़बड़ियों का हुआ खुलासा
नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा में गड़बड़ियों का हाल ही में खुलासा हुआ है। नीट परीक्षा 2024 में भाई भतीजावाद और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप (NEET Result Controversy) लगे हैं। जबलपुर की रहने वाली छात्रा अमीषी वर्मा की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि उसने भी नीट 2024 की यूजी परीक्षा दी थी। उसे 720 में से 615 अंक हासिल हुए हैं जबकि उसे 700 से भी ज्यादा नंबर मिलने की उम्मीद थी। अमीषी वर्मा की ओर से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है।
व्यापम से भी बड़ा घोटाला हो सकता है
याचिकाकर्ता के वकील आदित्य संघी के मुताबिक, नीट की तैयारी कराने वाली एक कोचिंग सेंटर (NEET Result Controversy) के आठ छात्रों के नाम व रोल नंबर एक समान दिए गए हैं। सभी छात्रों को परीक्षा में सौ फीसदी अंक हासिल हुए हैं। इसके अलावा याचिका में एक ही कोचिंग संस्थान के 6 छात्रों को शत प्रतिशत अंक और दो को 718 और 719 अंक प्राप्त मिलना भी संदेह पैदा करता है। अधिवक्ता आदित्य संघी की मानें तो मध्य प्रदेश में अब तक व्यापम घोटाला ही हुआ था लेकिन 2024 नीट की परीक्षा व्यापम घोटाले से भी बड़ा लग रहा है। इस परीक्षा के परिणाम जारी करने में करोड़ों रुपए के लेनदेन की बात की जा रही है।
इस तरह हुआ फर्जीवाड़े का शक
एडवोकेट आदित्य संघी के मुताबिक नीट परीक्षा में अब तक टॉपर आने वाले तीन छात्रों को ही 720 अंक मिले थे लेकिन 2024 की परीक्षा में 67 ऐसे छात्र हैं जिन्होंने 720 में से 720 नंबर (NEET Result Controversy) हासिल किए। इसके अलावा माइनस मार्किंग का जिक्र करते हुए याचिकाकर्ता के अधिवक्ता आदित्य संघी ने कहा है कि अगर परीक्षार्थी ने एक भी गलत उत्तर दिया है तो उसके चार नंबर काटने का प्रावधान है जबकि परीक्षा के परिणाम में छात्रों को 717, 718 और 719 नम्बर तक दिए गए हैं। इससे भारी गड़बड़ी की आशंका पैदा हो रही है।
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में दायर यह याचिका नेशनल मेडिकल काउंसिल, मध्य प्रदेश सरकार और नीट की परीक्षा आयोजित कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NEET Result Controversy) को पार्टी बनाया गया है। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के साथ ही फिर से टेस्ट लेने और एडमिशन पर स्टे लगाने की प्रार्थना की गई है। फिलहाल, मामले पर सुनवाई सोमवार को हो सकती है।