Nuclear Power Plants: परमाणु ऊर्जा संयंत्र के लिए सर्वे टीम ने साइट लोकेशन का किया दौरा, जानें चंदेरी के पास कहां है लोकेशन?
Nuclear Power Plants: अशोकनगर। जिले की ऐतिहासिक नगरी चंदेरी तहसील के निकट ग्राम खाकरोन में स्थापित होने वाले परमाणु ऊर्जा बिजली संयंत्र के लिए अधिकारियों ने साइट का दौरा किया। गुरुवार को एनटीपीसी मुंबई के दो अधिकारियों, एन के दास डीजीएम, तथा जयराज त्रिवेदी डिप्टी मैनेजर ने जो साइट हवाई सर्वे में तय की गई थी, खाकरोन में स्थल निरीक्षण कर प्रारंभिक आकलन में जगह चयन को उपयुक्त पाया।
चंदेरी के पास लगेगा संयंत्र
दोनों अधिकारियों द्वारा जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन के सहयोग से तथा सरपंच खागल दुधराई बलवीर सिंह के विशेष सहयोग से पूर्व निर्धारित साइट पर पहुंचकर स्थल निरीक्षण किया गया। चंदेरी प्रशासन के प्रभारी तहसीलदार दिलीप दरोगा, नायब तहसीलदार हिमांशी गुप्ता, हल्का पटवारी एवं सरपंच बलबीर सिंह यादव विशेष रूप से निरीक्षण दल के साथ उपस्थित रहे। निरीक्षण दल के दोनों अधिकारी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन मुंबई के वरिष्ठ अधिकारी थे। इन्होंने नाभिकीय ऊर्जा के विद्युत संयंत्र स्थापित किए जाने के संबंध में अपना प्रारंभिक निरीक्षण किया और जगह को उपयुक्त पाया।
न्यूक्लियर पावर प्लांट की जमीन का सर्वेक्षण
चंदेरी के निकट स्थापित होने जा रही परमाणु ऊर्जा बिजली के संयंत्र हेतु 500 से 600 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। जो हवाई सर्वे के बाद एवं स्थल निरीक्षण के पश्चात पर्याप्त रूप से उपलब्ध है। इसमें न्यूक्लियर पावर प्लांट बेहद आसानी से स्थापित हो जाएगा। निकट ही राजघाट बांध स्थित है, जिससे पानी की आपूर्ति पर्याप्त मात्रा में हो सकेगी। अधिकारियों ने यह भी बताया है कि इस परमाणु विद्युत ऊर्जा संयंत्र से आम जनों को किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। यह बहुत सुरक्षित है और किसी भी प्रकार की अफवाह से आम जनमानस को दूर रहना चाहिए। यह बहुत सुरक्षित प्लांट होते हैं।
चार प्लांट एमपी के लिए मंजूर
भारत सरकार की न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड के द्वारा चार परमाणु संयंत्र मध्य प्रदेश में स्थापित करने की मंजूरी प्रदान की गई। इसमें एक खाखरोन गांव भी है। यह गांव अशोकनगर जिले में ही है। इस संयंत्र की स्थापना को लेकर यहां पानी की संसाधन भूमि की उपयोगिता को लेकर मौके पर निरीक्षण किया गया। यह प्लांट नीमच जिले के बांसी गांव ,देवास जिले की बावड़ीखेड़ा , सिवनी के किडंराई और अशोकनगर जिले के चंदेरी क्षेत्र के गांव ख़ाखरोंन में लगेंगे। अशोकनगर जिले की मुंगावली तहसील और राजघाट बांध का जिक्र किया गया, जिसमें कहा गया कि 5 किलोमीटर के क्षेत्र में यहां बड़ी आबादी वाला कस्बा नहीं है। भारत सरकार और मध्य प्रदेश राज्य सरकार को बहुत धन्यवाद ज्ञापन किया कि इस न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए अशोकनगर जिले को और विशेष कर चंदेरी तहसील को चिन्हित किया गया।
ग्राम खाखरोंन का ही चयन क्यों?
यहां पत्थरों की खदानों का बहुत बड़ा इलाका है। गांव के निकट राजघाट बांध है, जो विशाल जल स्रोत है। वह पहले से स्थापित है,जो नाभिकीय ऊर्जा के विखंडन के पश्चात भाप बनाने के लिए पानी की आवश्यकता को पूरा करेगा। न्यूक्लियर पावर प्लांट उन्हीं जगह स्थापित होते हैं, जहां विशाल जल की उपलब्धता होती है।
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