Teachers Harassed Students: कक्षा 9वीं के छात्र ने फिनायल पीकर लिखा, रश्मि मैंम और दिवाकर सर परेशान करते हैं, एफआईआर दर्ज
Teachers Harassed Students: ग्वालियर। जिले में केंद्रीय विद्यालय के नौवीं के छात्र ने स्कूल से घर लौटकर फिनायल पीकर सुसाइड करने का प्रयास किया। फिनायल पीने के बाद जब छात्र की हालत बिगड़ी तब परिजनों के द्वारा उसे ग्वालियर की निजी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। डॉक्टरों के अथक प्रयासों से छात्र की जान बच गई। यह पूरी घटना 8 नवंबर 2024 की है, जिस पर पुलिस ने एक्शन लिया।
यह है पूरा मामला
जब यह मामला पुलिस के सज्ञान में आया तब पुलिस के द्वारा गहनता से इसकी जांच की गई। पुलिस के द्वारा यह भी कारण जानने का प्रयास किया गया कि आखिरकार छात्र के द्वारा ऐसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया गया? अब इस मामले में पुलिस ने केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 की टीचर रश्मि गुप्ता और दिवाकर शर्मा के खिलाफ जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने जांच में यह भी पता लगाया कि दोनों शिक्षक छात्र को आए दिन प्रताड़ित करते थे। उसे परीक्षा में फेल करने की धमकी देते थे, जिससे आहत होकर छात्र के द्वारा आत्मघाती कदम उठाया गया। अब पुलिस दोनों शिक्षकों को इस मामले में गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
परेशान होकर छात्र ने उठाया आत्मघाती कदम
जब छात्र 8 नवंबर की सुबह स्कूल गया था और वहां से जब घर लौटा तो टॉयलेट में रखी फाइनल पी ली। इसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। दोपहर को पिता काम से घर लौटे तो अपने बेटे को उल्टियां करते हुए देखा। अचानक से बेटे की हालत बिगड़ने लगी। यह देख पिता के द्वारा उसे ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके फिनायल पीने का पता लगा। पिता के द्वारा समय पर अपने बेटे को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया इसलिए उसकी जान बच गई। जब घर जाकर परिजनों के द्वारा छात्र के बैग की तलाशी ली, तब उसमें रखा एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसे देख घर के सभी लोग चौंक गए।
यह लिखा था सुसाइड नोट में...
छात्र की कॉपी में रखे सुसाइड नोट को जब पढ़ा गया तो उसमें लिखा मैं नवीं कक्षा का छात्र हूं। मुझे मेरी मैडम रश्मि गुप्ता और दिवाकर सर परेशान और टॉर्चर करते हैं। रश्मि मैम मुझे परीक्षा में फेल करने की धमकी देती हैं। मैं इनसे परेशान होकर यह कदम उठा रहा हूं। मेरे इस कदम के जिम्मेदार रश्मि मैम और दिवाकर सर रहेंगे। छात्र की मां के द्वारा यह भी बताया गया कि बेटे की क्लास में टीचर रश्मि गुप्ता और दिवाकर शर्मा उसे दिमागी रूप से टॉर्चर कर रहे थे। मेरे बेटे ने इन टीचरों की प्रताड़ना के कारण फिनायल पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। दोनों शिक्षक उसे बार-बार टॉर्चर कर कहते थे कि वह उसे नौंवी से दसवीं क्लास में नहीं जाने देंगे।
क्या कहता है कानून?
जेजे ( जुवेनाइस जस्टिस ) यह एक्ट 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ होने वाले अपराध से संबंधित है। इसमें बच्चों से मारपीट करना, उन्हें प्रताड़ित करना या किसी भी तरह से टॉर्चर करना अपराध की श्रेणी में आता है। इन टीचर्स पर इसी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया जा सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी महाराजपुर का कहना है की छात्रा को प्रताड़ित करने वाले दोनों टीचरों पर धारा 75 जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब आगे की कार्रवाई पूरी की जा रही है।