GMC Meeting Hungama ग्वालियर नगर निगम की बैठक में जोरदार हंगामा, नगर आयुक्त को मेयर ने हड़काया
GMC Meeting Hungama ग्वालियर । एमपी के ग्वालियर नगर निगम में पार्षदों की बैठक में नगर आयुक्त के नहीं आने पर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। पार्षदों के गुस्से को देखते हुए मेयर ने भी नगर आयुक्त को जमकर लताड़ा। ग्वालियर की मेयर ने निगम आयुक्त की लापरवाही पर कड़ा एतराज जताते हुए उन्हें फोन कर जमकर खरी-खोटी सुनाई।
नगर निगम की बैठक में क्यों हुआ हंगामा
लोकसभा चुनाव के बाद आचार संहिता खत्म होने पर अब प्रशासनिक महकमे में हलचल तेज हो गई है। हर तरफ सरकारी काम को शीघ्र निपटाने की बेचैनी दिखने लगी है। इसी कड़ी में ग्वालियर नगर निगम में भी पार्षदों की बैठक बुलाई गई। लगभग तीन महीने बाद हुई नगर निगम की बैठक में निगम आयुक्त के नहीं आने पर जोरदार हंगामा हुआ। पार्षदों का आरोप था कि नगर आयुक्त उनकी बात नहीं सुनते और उनके काम को तरजीह नहीं देते।
मेयर ने नगर आयुक्त को लगाई फटकार
बता दें कि ग्वालियर शहर की समस्याओं को लेकर महापौर ने पार्षदों की बैठक बुलाई थी । बैठक में निगम के सभी अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था। लंबे समय के बाद हुई बैठक में पार्षद तो पहुंच गए लेकिन नगर निगम के आयुक्त ही नहीं आए। लगभग एक घंटे के इन्तजार के बाद भी जब नगर आयुक्त नहीं आए तो ग्वालियर की मेयर शोभा सिकरवार ने नगर आयुक्त हर्ष सिंह को फोन कर जमकर लताड़ा।
#Gwalior, आचार संहिता खत्म होने के बाद Gwalior नगर निगम में पार्षदों की पहली बैठक हंगामेदार रही है। बैठक में निगम Commissioner Harsh Singh की लगातार गैर हाजिरी और जनप्रतिनिधियों के प्रति उदासीनता से Gwalior Mayor Shobha Sikarwar का गुस्सा नजर आया। Mayor ने फोन पर ही Commissioner… pic.twitter.com/oR1FzW93da
— MP First (@MPfirstofficial) June 14, 2024
पार्षदों ने नगर आयुक्त पर लगाए गंभीर आरोप
गौरतलब है कि ग्वालियर नगर आयुक्त पर लगातार यह आरोप लगते रहे हैं कि वे नगर निगम की बैठकों में गैरहाजिर रहते हैं। जन प्रतिनिधियों के कार्यों की प्रति भी वे उदासीन रहते हैं। मेयर ने तो कहा कि पिछले दो सालों से हर्ष सिंह किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुए। ऐसे में गुरुवार को मेयर का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने नगर आय़ुक्त को जमकर फटकारा ।
बैठक में पेयजल संकट का मुद्दा गरमाया
बता दें कि गुरुवार की बैठक अति महत्वपूर्ण बैठक थी जिसमें शहर में पेयजल के मुद्दे पर चर्चा होनी थी। नगर निगम के पार्षदों ने ग्वालियर की सबसे बड़ी समस्या पर गंभीर चर्चा की। शहर के कई इलाकों में जल संकट को लेकर पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कुछ पार्षदों ने तो यहां तक कहा कि यदि समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो आगे से वे बैठकों में शामिल ही नहीं होंगे। पार्षदों ने धमकी दी कि अगली बार नगर आयुक्त के खिलाफ सभी पार्षद धरना पर बैठ जाएंगे।
तिघरा जलाशय में पानी का संकट
ग्वालियर की मेयर शोभा सिकरवार ने माना है कि ग्वालियर को जलापूर्ति करने वाले एकमात्र स्रोत तिघरा जलाशय में पानी की किल्लत है । उन्होंने बताया कि तिघरा में लीकेज तो एक समस्या है ही, शहरी क्षेत्रों में धुलाई सेंटर और पानी की बर्बादी सबसे बड़ी समस्या है। उनका मानना है कि पारम्परिक जल स्रोतों का खत्म होना भी जल संकट का एक प्रमुख कारण है।
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