Tribals Demand Bhil Pradesh: 4 राज्यों को तोड़कर बनेगा 'भील प्रदेश', मध्य प्रदेश से अलग किए जाएंगे 13 जिले!
Tribals Demand Bhil Pradesh: 'भील प्रदेश' बनाने की मांग वर्षों पुरानी है। यह मांग पहले राजस्थान के विभिन्न इलाकों से उठती थी, लेकिन अब इस मांग मध्य प्रदेश में भी जोर पकड़ने लगी है। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना से विधायक कमलेश्वर डोडियार ने विधानसभा सत्र के दौरान मध्य प्रदेश के 13 जिलों को अलग करके और राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के 36 जिलों को मिलाकर एक अलग भील प्रदेश बनाने की मांग (Tribals Demand Bhil Pradesh) की है। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।
मानगढ़ धाम में हुई बैठक के बाद उठा मामला:
दरअसल, राजस्थान के बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में 18 जुलाई को बड़ी संख्या में आदिवासी जुटे थे। जहां उन्होंने एक राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित किया। इस प्रस्ताव में चार राज्यों के करीब 49 जिलों को मिलाकर एक नया राज्य बनाने की मांग है। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार जब विधानसभा में इस मांग को लेकर आए थे। तब सरकार ने विधानसभा में कहा था कि नए राज्य के निर्माण का प्रस्ताव केंद्र में संसद में पास होता है ना ही विधानसभा में।
पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात की तर्ज पर भीम प्रदेश की मांग:
आदिवासियों की मांग है कि जब पंजाबियों को पंजाब, मराठियों को महाराष्ट्र और गुजरातियों को गुजरात मिल सकता है तो फिर आदिवासियों को भी अलग प्रदेश क्यों नहीं दिया जा सकता? बता दें कि मध्य प्रदेश में जय आदिवासी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कह चुके हैं कि प्रदेश की मांग आजादी से पहले की है। जय आदिवासी संगठन भी बाकी आदिवासी संगठनों के साथ अलग प्रदेश की मांग उठता रहा है। मध्य प्रदेश में पहले भी अलग गोंडवाना प्रदेश कि मांग उठ चुकी है।
ये है चार राज्यों में आदिवासियों से जुड़े आंकड़े:
एक अनुमान के तहत देश में करीब 11 करोड़ से अधिक आदिवासियों की जनसंख्या है। देश के चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में करीब 3 करोड़ आदिवासी 39 जिलों में निवास करते हैं। जिसमें मध्य प्रदेश में करीब 21%, गुजरात में 15%, राजस्थान में करीब 14% और महाराष्ट्र में 9% आदिवासी हैं। हालांकि, कुछ अन्य राज्यों जैसे झारखंड, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में भी आदिवासियों की जनसंख्या अच्छी खासी है। प्रस्तावना में भील प्रदेश का नक्शा भी जारी किया गया है जिसमें राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात के 49 जिलों को जोड़ा गया है।
चार राज्यों के इन जिलों को किया गया शामिल:
प्रस्तावित भील प्रदेश में मध्य प्रदेश के इंदौर, गुना, शिवपुरी, मंदसौर, नीमच, रतलाम, धार, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर जिले शामिल है। राजस्थान के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, बाड़मेर, जालौर, सिरोही, उदयपुर, झालावाड़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, कोटा, बारां और पाली जिले शामिल हैं। गुजरात के अरवल्ली, महीसागर, दाहोद, पंचमहल, सूरत, बड़ोदरा, तापी, नवसारी, छोटा उदेपुर, नर्मदा, साबरकांठा, बनासकांठा, भरूच और वलसाड शामिल है। इस नक्शे में महाराष्ट्र के नासिक, ठाणे, जलगांव, धुले, पालघर और नंदुरबार जिले भी शामिल किए गए हैं।
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