Ujjain Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि को लेकर विशेष इंतजाम, 2.5 KM पैदल चलने के बाद बाबा महाकाल देंगे दर्शन
Ujjain Maha Shivratri 2025 उज्जैन: महाशिवरात्रि महापर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। इन दिनों शिवनवरात्रि को लेकर विश्व प्रसिद्ध बाबा श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में बाबा के अलग-अलग श्रृंगार हो रहे हैं। बुधवार 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर देश भर से श्रद्धालु मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने के लिए महाकाल मंदिर पहुचेंगे। इस दौरान भगवान महाकाल से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। इस पवित्र महापर्व को देखते हुए मंदिर प्रशासन भी अपनी तैयारियों में लगा है, ताकि उज्जैन महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
महाशिवरात्रि पर बाबा के दर्शन के लिए 2.2 KM चलना होगा पैदल
महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों की सुरक्षा, सुलभ दर्शन के लिए महाकाल मंदिर में प्रशासक ने सभी नए अधिकारियों के साथ वन टू वन मीटिंग कर निर्देश दिए। उप प्रशासक एसएन सोनी ने बताया, "महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं (Ujjain Maha Shivratri 2025) को प्रवेश भील समाज की धर्मशाला के पास से मिलेगा। इस दौरान भक्तों को करीब 2.5 किमी पैदल चलना पड़ेगा। हालांकि, भक्तों की सुविधा के लिए बीच में पानी, वॉशरूम की व्यवस्था के साथ-साथ भजन मंडली की व्यवस्था भी की जाएगी। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इस बार 200 अतिरिक्त जवान हायर करने के लिए क्रिस्टल कम्पनी को कहा जा रहा है। इसके अलावा होमगार्ड के जवानों की भी मदद ली जाएगी।"
महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
इसके अलावा सामान्य श्रद्धालु प्रवेश भील समाज की धर्मशाला के पास जूते-चप्पल उतार कर चारधाम मंदिर पार्किंग के पास से शक्ति पथ, त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नंदी द्वार भवन, फैसिलिटी सेंटर 1 टनल, गणेश मंडपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। बाबा महाकाल के दर्शन के बाद श्रद्धालु बड़ा गणेश मंदिर के समीप हरसिद्धि मंदिर तिराहा और फिर चारधाम मंदिर पर पहुंचकर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे।
वीआईपी श्रद्धालु ऐसे कर सकेंगे बाबा महाकाल के दर्शन
वहीं, वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए नीलकंठ द्वार से त्रिनेत्र (Dovotees in Ujjain Mahakal Mandir) के सामने से होकर शंखद्वार, कोटितीर्थ कुंड के सामने से सभा मंडपम से मंदिर में प्रवेश करेंगे। दर्शन के बाद सभा मंडपम से कोटितीर्थ कुंड, शंख द्वार से त्रिनेत्र होकर नीलकंठ द्वार से मंदिर के बाहर जाएंगे। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन के अनुसार महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालु उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचेंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। महाशिवरात्रि पर मंदिर परिसर में सुरक्षा के और कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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