भगवान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष सेहरा श्रृंगार, साल में एक दिन दोपहर में होती है भस्म आरती
Ujjain Mahakal Bhasm Aarti उज्जैन: 17 फरवरी से शुरू हुए शिव नवरात्रि के पर्व से ही भगवान महाकाल ने अलग अलग स्वरूपों में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए। गुरुवार, 27 फरवरी को भक्तों ने भगवान बाबा श्री महाकाल के सेहरा दर्शन किए। आज (गुरुवार, 27 फरवरी) बाबा महाकाल की भस्म आरती दिन में दोपहर 12 बजे होगी। आखिर भस्म आरती दिन में क्यों होगी, इसके पीछे क्या मान्यता है और आज बाबा महाकाल का कौन सा श्रृंगार कब होगा आइए विस्तार से जानते हैं।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष सेहरा श्रृंगार
महाशिवरात्रि पावन पवित्र पर्व पर भगवान महाकाल ने अपने भक्तों को 9 दिनों तक अलग-अलग रूपों में दर्शन दिए। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे और भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। गुरुवार सुबह बाबा महाकाल का सेहरा सजाया गया। सेहरा दर्शन के लिए मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और भगवान के दर्शन किए। महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल के 44 घंटे लगातार पट खुले रहे। 27 फरवरी गुरुवार को बाबा महाकाल दूल्हा बनने के बाद बाबा के सेहरे को खास फूलों से सजाया गया। इस सेहरे को तीन क्विंटल फूलों से सजाया गया था, जिसमें 100 किलो आंकड़े के फूल, सवा लाख बेल पत्र, 200 किलो देसी फूल से 11 फीट का सेहरा बनाया गया था।
साल में एक बार दोपहर में भस्म आरती
बता दें कि, बाबा महाकाल की भस्म आरती वैसे तो तड़के 4 बजे होती है। लेकिन, साल भर में एक बार सेहरा उतारे जाने के बाद दोपहर 12 बजे भस्म आरती की जाती है। इस बार दोपहर में होने वाली भस्म आरती (Ujjain Mahakal Bhasm Aarti) में सामान्य श्रद्धालु भी दर्शन कर सकेंगे। भस्म आरती की पूरी व्यवस्था चलायमान रहने वाली है और निरंतर चलते हुए श्रद्धालु बाबा के दर्शन कार्तिकेय मंडपम से कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन द्वारा 40 से 45 मिनट में श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाने का दावा किया जा रहा है।वहीं, भस्म आरती के बाद दोपहर 2.30 से 3 बजे तक भोग आरती होगी। शाम 5 से 5:45 तक संध्या पूजन होगा। शाम 6:30 से 7:15 तक संध्या आरती की जाएगी और रात 10:30 बजे शयन आरती के बाद रात्रि 11 बजे पट बंद कर दिए जाएंगे।
महाशिवरात्रि पर बाबा महाकाल के परिसर में लगा रहा भक्तों का तांता
गुरुवार अल सुबह सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ कमाया। लोगों ने नंदी महाराज का दर्शन कर उनके कान के समीप जाकर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने का आशीर्वाद मांगा। इस दौरान जय महाकाल के नारे से बाबा महाकाल का दरबार गुंजायमान रहा। वहीं, महाशिवरात्रि पर लाखों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं की भारी तादाद को देखते हुए मंदिर परिसर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।
#ujjainmahakal : महाशिवरात्रि पर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष सेहरा श्रृंगार
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बाबा श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का विशेष सेहरा श्रृंगार किया है। सेहरा दर्शन करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा महाकाल के दरबार में मौजूद रहे। वहीं, साल में… pic.twitter.com/s9BxRgf4Ox
— MP First (@MPfirstofficial) February 27, 2025
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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