Ujjain News: डॉक्टर उसे मृत घोषित कर चुके थे, स्पीड ब्रेकर ने दिया मौत को ब्रेक और लौट आई जिंदगी, पढ़ें पूरी खबर
Ujjain News: उज्जैन। शहर से एक अजीब खबर निकलकर सामने आई है। यहां डॉक्टरों के द्वारा एक मरीज को मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारियां भी समाज के लोगों ने शुरू कर दी थी। लेकिन, फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि सभी चौंक गए। अचानक से मृतक की सांसें चलने लगीं।
स्पीड ब्रेकर ने लौटा दी जिंदगी
एक मृत इंसान (राधेश्याम पाटीदार) की सांसें एक स्पीड ब्रेकर की वजह से फिर से वापस लौट आईं। आपको बता दें कि राधेश्याम पाटीदार ब्रेन हेमरेज के मरीज थे। अब वो शख्स अस्पताल में भर्ती है और डॉक्टर्स उनकी हालत फिलहाल स्थिर बता रहे हैं।डॉक्टर्स ने राधेश्याम को मृत घोषित कर दिया था। लेकिन कहते है ना विधाता ने जिसके हिस्से में जितनी सांसें लिखी हैं वो उतनी जिंदगी जीता है। ये बात आपने अक्सर सुनी होगी और ये भी सुना होगा कि मौत पर किसी का जोर नहीं चलता। लेकिन, अगर मौत न लिखी हो तो मरकर भी इंसान जिंदा हो जाता है। यह बात मध्यप्रदेश के उज्जैन में सही साबित हो गई।
हालत बताई जा रही स्थिर
परिजनों ने बताया कि राधेश्याम पाटीदार को जब उज्जैन लाया जा रहा था। तभी रास्ते में एक स्थान पर एंबुलेंस एक स्पीड ब्रेकर से गुजरी तो उछली, जिससे एंबुलेंस में बैठे लोगों को झटका लगा था। इसके बाद एंबुलेंस में बैठे लोगों ने देखा कि मृत घोषित हो चुके व्यक्ति की उंगलियां हिल रही हैं। सीने पर हाथ रखने पर हार्ट में धड़कन महसूस की गई। उसकी सांसें भी चल रही थी। इसके बाद परिजन तत्काल एंबुलेंस को लेकर फ्रीगंज स्थित पाटीदार अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों को स्थिति से अवगत कराया। डॉक्टर्स ने जांच के बाद पाटीदार को आईसीयू में ले जाकर उपचार शुरू किया। अस्पताल में फिलहाल पाटीदार की स्थिति स्थिर बनी हुई है।
स्पीड ब्रेकर ने लौटाई सांसें
राधेश्याम की मौत की खबर मिलने के बाद उज्जैन में उनके घर पर परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। परिवार के कुछ सदस्य इंदौर से एंबुलेंस के जरिए राधेश्याम को वापस उज्जैन ला रहे थे लेकिन इसी दौरान एक स्पीड ब्रेकर पर एंबुलेंस उछली तो राधेश्याम की सांसें चलने लगीं। उज्जैन के रहने वाले 50 साल के राधेश्याम पाटीदार को ब्रेन हेमरेज हो गया था और पहले उनका इलाज उज्जैन के एक हॉस्पिटल में चल रहा था। हालत गंभीर हुई तो परिजन राधेश्याम को 22 जनवरी को इंदौर के चोईथराम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां दो दिन तक चले इलाज के बाद डॉक्टरों ने राधेश्याम को मृत घोषित कर दिया। राधेश्याम को मृत घोषित किए जाने के बाद परिजन उन्हें एंबुलेंस से वापस उज्जैन ला रहे थे तभी ऐसा कुछ हुआ जिसे परिवार के लोग चमत्कार कह रहे हैं।
(उज्जैन से संजय पाटीदार की रिपोर्ट)
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