Umariya News: सरकार से बेटियां हुई नाराज, काम के बदले पैसे देने के बजाय कह दी जांच कराने की बात
Umariya News: उमरिया। मध्य प्रदेश शासन के द्वारा एक नारा जोरों से चला था, "बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ"। जब यह नारा अपनी जमीन को तलाशते हुए आज स्थाई हो चुका है तब बेटियां आज अपने पैरों पर खड़ी है सुरक्षित हैं। परन्तु राजनेताओं एवं प्रशासन की मिली भगत से बेटियां जब अपने काम का पैसा मांगने पहुंची तो प्रशासन उनकी नियुक्ति पर ही जांच करने की बात कह रहे हैं।
स्कूल में पढ़ा रही अतिथि शिक्षकों को अब तक नहीं मिला मानदेय
मामला उमरिया जिले के मानपुर ब्लाक अंतर्गत ग्राम चिल्हारी एवं पणवार के अतिथि शिक्षकों का है। यहां पर अतिथि शिक्षकों ने बड़ा आरोप लगाते हुए बताया कि हमने यहां पर गत वर्ष भी स्कूल में पढ़ाई करवाई थी तो हमें मानदेय नहीं मिला। अब नया वर्ष शुरू होने वाला है, जॉइनिंग से लेकर आज तक मानदेय न मिलने के कारण हमने कई बार कलेक्टर एवं मुख्यमंत्री को भी पत्र के द्वारा जानकारी दी है। पत्र में हमने लिखा कि हमें मानपुर बी आर सी के द्वारा हमारा मानदेय दिलाया जाए लेकिन आज तक हमारा मानदेय नहीं दिलाया गया।
दर-दर भटकने को है मजबूर
अतिथि शिक्षकों ने कहा कि हम दर-दर भटकने को मजबूर हैं कि हमें हमारा मानदेय दिलाया जाए। अगर आज हमारे घर के लोग नेता होते तो शायद हमारी सुनवाई बहुत पहले ही हो गई होती लेकिन हमारे घर में कोई नेता पैदा नहीं हुआ इसलिए हम दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रवेश द्वार पर ही लिखा है कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ, बेटियों को आगे बढ़ाओ। मगर यहां बेटियों के साथ ही दुर्व्यवहार हो रहा है और सरकारी अधिकारी जांच की बात कर रहे हैं।
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