Vivekanand Hospital Bhind: डॉक्टर पर परिजनों ने मौत के बाद भी इलाज के नाम पर रूपए लेने का लगाया आरोप, जांच में जुटी पुलिस
Vivekanand Hospital Bhind: भिंड। एक तरफ देश में एक महिला डॉक्टर्स के सम्मान में रैली, हड़ताल और प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं, कुछ डॉक्टर्स उनकी इस मेहनत पर पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। भिंड के विवेकानंद अस्पताल में डॉक्टर्स का अमानवीय चेहरा सामने आया है। यहां एक मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मरीज की मौत के बाद भी अस्पताल उसे भर्ती किए रहा और मोटी रकम वसूलता रहा।
यह है पूरा मामला:
गुलशन उर्फ गोलू ग्राम लहरौली का निवासी था। उसकी तबियत बिगडी तो परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन मरीज की कंडीशन को देखते हुए डॉक्टर ने यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे ग्वालियर रेफर कर दिया। परिजनों द्वारा मरीज को ग्वालियर ले जाया जा रहा था लेकिन परिजनों के बताए अनुसार विवेकानंद हॉस्पिटल के एक दलाल ने उन्हें बेहतरीन उपचार के लिए विवेकानंद हॉस्पिटल में ले जाने की सलाह दी। मरीज को विवेकानंद हास्पिटल में भर्ती करा दिया गया। यहां मरीज को 4 से 5 घंटे तक इलाज के लिए रखा गया और परिजनों से अच्छी खासी रकम वसूली गई। परिजनों का आरोप है कि मरीज के इलाज के दौरान भी उन्हें मिलने नहीं दिया गया। मरीज की मौत के बाद भी इलाज के नाम पर उनसे पैसे लिए गए।
परिजनों और स्टाफ में कहासुनी:
डॉक्टर एवं स्टाफ के द्वारा परिजनों से मरीज को ग्वालियर ले जाने के लिए कहा गया। परिजनों ने डॉक्टर से कहा यदि आप पहले बताते तो हम ग्वालियर समय पर पहुंच जाते और हमारा मरीज बच जाता। इतनी बात कहने पर हॉस्पिटल का स्टाफ, परिजनों पर भड़क गया और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगा। सूचना मिलते ही देहात थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ विवेकानन्द हॉस्पिटल पहुंचे। यहां हॉस्पिटल स्टाफ एवं परिजनो से बात करने के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा। परिजनों ने विवेकानंद हॉस्पिटल के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएसपी को आवेदन दिया और कार्रवाई करने की मांग की गई। सीएसपी अरुण कुमार उइके ने पीड़ित को जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।
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