Budget Session 2024: राहुल गांधी के आरोपों पर धर्मेंद्र प्रधान का पलटवार, कहा- "मैं अपने नेता पीएम मोदी की मर्जी से काम करता हूं"
Budget Session 2024: सोमवार को बजट सत्र (Budget Session) के दौरान लोकसभा में नीट-यूजी विवाद (NEET-UG Controversy) को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बीच सदन में काफी टकराव देखने को मिला। प्रधान ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले पर सवालों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और उसने मामले से जुड़े सभी तथ्य सुप्रीम कोर्ट को सौंप दिए हैं। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।
सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं- प्रधान
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर द्वारा उठाए गए एक सवाल के जवाब में प्रधान ने कहा, "सरकार के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। हमने सभी तथ्य सुप्रीम कोर्ट के सामने रख दिए हैं। अभी सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई कर रहा है। इसलिए देखते हैं कि कोर्ट क्या निर्देश देता है। यह सदन किसी भी तरह की चर्चा के लिए खुला है।"
पिछले 7 साल में कोई सबूत नहीं मिला- प्रधान
शिक्षा मंत्री ने कहा, "पिछले 7 सालों में पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। इस साल ही ऐसा मामला सामने आया है। फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सभी तथ्य सामने आ चुके हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) की स्थापना के बाद से 240 से अधिक परीक्षाएं आयोजित की गई हैं, जिनमें 5 करोड़ से अधिक छात्रों ने आवेदन किया है और 4.5 करोड़ से अधिक छात्रों ने सफलतापूर्वक परीक्षा में भाग लिया है।"
इस्तीफे के सवाल पर क्या बोले प्रधान?
यह पूछे जाने पर कि क्या कथित अनियमितताओं के कारण वह अपने पद से इस्तीफा देंगे, प्रधान ने कहा, "मैं अपने नेता पीएम मोदी की मर्जी से काम करता हूं। जब जवाबदेही का सवाल उठेगा, तो हमारी सरकार जवाबदेह होगी। विसंगतियों और कदाचार की जानकारी के बारे में 4,700 मामलों में से पटना में केवल एक घटना है। इस मामले में सीबीआई और पुलिस कार्रवाई कर रही है।"
राहुल गांधी ने पेपर लीग को लेकर क्या कहा?
राहुल गांधी ने सदन में कहा, "यह पूरे देश के लिए स्पष्ट है कि हमारी परीक्षा प्रणाली में बहुत गंभीर समस्या है। यह सिर्फ नीट के बारे में नहीं है, बल्कि सभी प्रमुख परीक्षाओं के बारे में है। अब मंत्री ने खुद को छोड़कर सभी को दोषी ठहराया है। मुझे नहीं लगता कि वह यहां जो हो रहा है उसके मूल सिद्धांतों को समझते हैं।"
लोकसभा अध्यक्ष दोषपूर्ण खेल नहीं खेलने की दी नसीहत
चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मामला अदालत में है और दोषपूर्ण खेल खेलने से भारतीय शिक्षा प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे भारतीय शिक्षा प्रणाली प्रभावित होगी। हमारी एजेंसी जांच कर रही है और मामला अदालत में है। हमें दोषपूर्ण खेल नहीं खेलना चाहिए।"
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