Name Plate Controversy: सुप्रीम कोर्ट की नाम-पहचान पर रोक के बाद भी VHP ने दिल्ली उपराज्यपाल बीके सक्सेना को लिखा पत्र, क्या है पूरा मामला?
Name Plate Controversy: दिल्ली। दुकानों के सामने नाम-पहचान का मुद्दा यूपी से अब दिल्ली पहुंच गया है। दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने उत्तर प्रदेश सरकार के शासकीय आदेश की ही तरह दिल्ली सरकार से भी मांग की है। वीएचपी ने कहा कि दिल्ली सरकार कांवड़ यात्रा के रास्ते में आने वाले सभी दुकानदार, रेहड़ी पटरी वालों के असली नाम के बोर्ड लगाने संबंधी आदेश जारी करे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पहले ही रोक लगा दी है। इसके बाद भी इस तरह की बातों से राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है।
शिवभक्तों की धार्मिक भावनाओं से ना हो खिलवाड़
विहिप इंद्रप्रस्थ के प्रांत मंत्री सुरेन्द्र गुप्ता ने आज उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना को एक पत्र लिखकर उनसे निवेदन किया कि उत्तर प्रदेश की ही तर्ज पर दिल्ली के भी सभी दुकानदार और रेहड़ी-पटरी वाले अपने नाम का बोर्ड टांगे। इससे किसी भी शिव भक्त की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ न हो पाए। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि श्रावण मास (Name Plate Controversy) में शिव भक्त कांवड़िए पवित्र जल लेकर पैदल चलकर अपने गांव के शिव मंदिर पर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। कांवड़िए पूरे मार्ग नंगे पैर चलते हैं और कांवड की पवित्रता का अपनी जान से भी ज्यादा ध्यान रखते हैं। इस दुर्गम यात्रा को सुगम बनाने के लिए स्थानीय हिंदू सेवा शिविर लगाते हैं।
पुलिस कर रही हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़
सुरेंद्र गुप्ता ने एलजी को लिखे पत्र में आगे कहा कि इस पवित्र यात्रा हेतु मैं आपका ध्यान दो बातों की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। एक तो आनन्द नगर इन्द्रलोक में 35 वर्षों से जो शिविर लग रहा था, दिल्ली पुलिस उसको लगाने नहीं दे रही है। दिल्ली पुलिस पूरी तरह से हिंदुओं की धार्मिक आस्थाओं को दबाने का प्रयास कर रही है। पुलिस हमारी शोभायात्रा (Name Plate Controversy) नहीं निकलने देती जबकि ताजिये पूरी सुरक्षा के साथ निकलवा रही है। अपने पत्र के माध्यम से उन्होंने एलजी से मांग की कि सभी हिंदू संगठन चाहते है कि कांवड़ यात्रा मार्ग में दिल्ली में भी दुकानदार और रेहड़ी पटरी वाले अपने असली नाम के बोर्ड टांगे ताकि किसी भी शिव भक्त का धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश ना हो और कानून व्यवस्था बनी रहे।
उपराज्यपाल ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
सुरेंद्र गुप्ता ने पत्र में यह भी लिखा कि हमें जानकारी मिल रही है कि कुछ लोग नकली नाम से दुकान लगाकर दूषित फल सब्जी बेचने का प्रयास कर रहे हैं। दिल्ली सरकार के मुखिया होने के नाते विहिप दिल्ली प्रांत का एलजी से आग्रह है कि इस दिशा में उचित कार्रवाई का आदेश जारी करें। हालांकि, इस मामले में अभी तक दिल्ली के (Name Plate Controversy) उपराज्यपाल की तरफ से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में आदेश जारी करते हुए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार को इस आदेश को हटाने को कहा है, जिसमें फल विक्रेताओं और दुकानदारों को उनके नाम लिखना जरूरी बताया गया था।
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