Jagannath Rath Yatra 2024: शुभ योग में भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू, अमित शाह ने की मंगला आरती
Jagannath Rath Yatra 2024: ओडिशा के पुरी की विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने परिवार सहित मंगला आरती की। हर साल देश और दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने के लिए पुरी पहुंचते हैं। इस दौरान भक्त भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलराम और बहन सुभद्रा के रथ को खींचने का सौभाग्य प्राप्त करना चाहते हैं। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने से लगभग 100 यज्ञ करने के बराबर फल मिलता है।
अहमदाबाद में रथ यात्रा
गुजरात के अहमदाबाद में आज भगवान श्री जगन्नाथ की 147वीं रथ यात्रा निकाली जा रही है। रथ यात्रा से पहले सुबह 4 बजे के करीब गृहमंत्री अमित शाह ने पत्नी सोनल शाह के साथ अहमदाबाद स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ की मंगला आरती की। इसके बाद करीब 6.30 बजे सीएम भूपेंद्र पटेल ने मंदिर पहुंचकर भगवान की आरती की और सोने की झाड़ू से रथ यात्रा मार्ग साफ कर रस्म पूरी की।
7 जुलाई से 16 जुलाई तक रथ यात्रा
रथ यात्रा आज (रविवार, 7 जुलाई) से शुरू होकर और इसका समापन दशमी तिथि को 16 जुलाई को होगा। भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना मुख्य रूप से पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में की जाती है। मान्यता है कि जगन्नाथ मंदिर चार हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है, जिन्हें चार धाम तीर्थ यात्रा के रूप में जाना जाता है।
क्या है जगन्नाथ रथ यात्रा इतिहास?
जगन्नाथ रथ यात्रा सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन त्योहारों में से एक है। मान्यता है कि इसकी शुरुआत 12वीं शताब्दी में हुई थी। भगवान जगन्नाथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के सम्मान में हर साल ओडिशा के पुरी में इस उत्सव का आयोजन होता है। रथयात्रा को लेकर कई किंवदंती है। एक किंवदंती के अनुसार, यह भगवान कृष्ण की गोकुल से मथुरा तक की यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है। एक अन्य किंवदंती रथ यात्रा को भगवान कृष्ण की कहानी से जोड़ती है, जो अपने भक्तों से मिलने के लिए अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ यात्रा करते हैं।
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