LokSabha Speaker Election: ओम बिरला बने 18वीं लोकसभा के स्पीकर, ध्वनिमत से हुआ निर्णय

LokSabha Speaker Election: देश की 18वीं लोकसभा (18th LokSabha) के लिए संसद को नया स्पीकर मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के ओम बिरला (Om Birla) को यह दायित्व निभाने का मौका मिला है। स्पीकर पद के...
loksabha speaker election  ओम बिरला बने 18वीं लोकसभा के स्पीकर  ध्वनिमत से हुआ निर्णय

LokSabha Speaker Election: देश की 18वीं लोकसभा (18th LokSabha) के लिए संसद को नया स्पीकर मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) के ओम बिरला (Om Birla) को यह दायित्व निभाने का मौका मिला है। स्पीकर पद के चुनाव के लिए वोटिंग की जरूरत ही नहीं पड़ी। ध्वनि मत से बिरला को स्पीकर चुन लिया गया। विपक्षी ने भी मतविभाजन की मांग नहीं की। इससे पूर्व कांग्रेस ने के सुरेश को स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार बनाया था।

बिरला ने दूसरी बार संभाला पद 

राजस्थान के कोट के निवासी ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा का स्पीकर चुने गए हैं। इससे पूर्व देश की 18वीं लोकसभा में भी ओम बिरला ने यह पद संभाला था। वह कोटा से लगातार तीसरी बार सांसद चुनकर आए हैं। बिरला सदन में अपने कड़े व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। वह सदन में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करते हैं। 18वीं लोकसभा में कई सांसदों को उनके गलत व्यवहार के चलते उनकी नाराजगी झेलनी पड़ी थी।

प्रधानमंत्री ने रखा बिरला के नाम का प्रस्ताव 

स्पीकर पद के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम बिरला की ओर से प्रस्ताव रखा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद अमित शाह, चिराग पासवान, ललन सिंह, नितिन गडकरी, अनुप्रिया पटेल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। इसी तरह के कांग्रेस की ओर से अरविंद सावंत द्वारा के सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा।

बिरला को आसन तक छोड़ने गए पीएम मोदी 

बिरला के स्पीकर चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी खुद की सीट से उठकर उनके पास गए और उन्हें बधाई दी। इसके बाद मोदी उन्हें आसन तक छोड़ने के लिए गए। इस दौरान राहुल गांधी भी उनके साथ मौजूद रहे। इसके बाद मोदी ने सदन को संबोधित करते हुए बिरला की तारीफ में कसीदे पढ़े।

उन्होंने कहा कि बिरला ने गरीबों और किसानों के कल्याण के लिए हमेशा काम किया है। बिरला ने आज नया इतिहास रचा है। उनके पिछले कार्यकाल में कई अहम फैसले हुए। उनके पिछले 5 साल का अनुभव हम सभी के काम आएगा। बिरला हम सभी का मार्गदर्शन करेंगे।

लोकसभा में किस गुट के पास कितनी ताकत? 

बीजेपी ने पिछले दो चुनावों में बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया था। ऐसे में उसके लिए कोई समस्या नहीं थी। हालांकि, इस बार परिस्थितियां काफी बदल गई हैं। बीजेपी को लोकसभा चुनाव 2024 में 240 सीटें मिली थीं। सीटों के हिसाब से बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो है, लेकिन बहुमत नहीं मिलने के चलते उसे सहयोगियों के सहारे की जरूरत पड़ रही है। फिलहाल एनडीए के पास 293 का संख्या बल है इस लिहाज से पार्टी मजूबत है।

दूसरी ओर बात इंडिया गठबंधन की करें तो उसके पास कुल 233 सांसद हैं। दल की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस को चुनावों में 99 सीटों पर जीत मिली थी। राहुल गांधी दो सीटों से जीते थे, लेकिन वह वायनाड सीट से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस की सीटों की संख्या 98 रह गई है। नंबरगेम में पिछड़ने के बाद भी इंडिया गठबंधन ने एनडीए की नींद उड़ाने के लिए उम्मीदवार खड़ा किया।

ओम बिरला पारिवारिक परिचय

नाम: ओम बिरला
जन्मतिथि: 23 नवम्बर, 1962
शिक्षा: एम. कॉम.
पिता: श्रीकृष्ण बिरला
माता: शकुंतला देवी
पत्नी: डॉ. अमिता बिरला (एमडी-स्त्री रोग विशेषज्ञ)
पुत्री: आकांक्षा बिरला (चार्टर्ड एकाउंटेंट), अंजलि बिरला(IRPS-भारतीय रेल)
भाई: 6 भाई
बहन: 3 बहिन (ओम बिरला पांचवीं संतान हैं)

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