Modi Government 3.0: ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार दूसरी बार मोदी सरकार में बने मंत्री, जानिए उनसे जुड़ी खास बातें
Modi Government 3.0: लोकसभा चुनाव 2024 में बहुमत मिलने के बाद रविवार को एनडीए गठबंधन के मंत्रियों शपथ ली। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरे दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। मोदी के साथ ही मध्य प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मोदी ने उनपर भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से केंद्रीय मंत्री बनाया है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी नागरिक उड्डयन मंत्री थे। इससे पूर्व वह यूपीए सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी केंद्रीय मंत्री रहे थे।
जीवन परिचय
ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी, 1971 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता का नाम माधवराव सिंधिया और माता का नाम है। उनकी एक बहन है जिनका नाम चित्रांगदा राजे सिंधिया है। उन्होंने वर्ष 1994 में बड़ौदा के गायकवाड़ राजघराने की राजकुमारी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया से शादी रचाई थी। ज्योतिरादित्य का एक बेटा है जिसका नाम आर्यमन सिंधिया और एक बेटी है जिसका नाम अनन्या सिंधिया है। उन्होंने अर्धशास्त्र में बीए और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया था।
लोकसभा चुनाव 2024 में ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रदर्शन
ज्योतिरादित्य ने गुना लोकसभा सीट (Guna Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ा था। चुनाव में उन्हें 9,23,302 वोट मिले थे। उन्हें कुल वोटों के 67.20 प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने अपने विरोधी उम्मीदवार को 5,40,929 वोट से हराया था। इस सीट से दूसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार यादवेंद्र राव देशराज सिंह रहे थे जिन्हें 3,82,373 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत 27.80 का रहा। इस सीट से तीसरे नंबर पर बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता धनीराम चौधरी रहे थे। उन्होंने कुल 30,235 वोट मिले थे और उनका जीत प्रतिशत 2.20 का रहा था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़ी खास बातें
ज्योतिरादित्य ने 2001 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। इसके बाद 2002 में वह पहली बार लोकसभा सांसद (उपचुनाव) चुने गए थे। इसके बाद वह 2004, 2009 और 20014 में फिर से लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे। 2019 से वह गुना सीट से लोकसभा चुनाव हार गए थे। कांग्रेस से मतभेदों के चलते उन्होंने साल 2020 में बीजेपी का दामन थाम लिया था। 2024 में उन्होंने गुना सीट से लोकसभा चुनाव जीतकर अपनी काबिलियत दर्शाई। ज्योतिरादित्य का युवाओं में काफी क्रेज है। विशेष रूप से राजपरिवार से ताल्लुक रखने के कारण लोग काफी उत्सुकता से उनके बारे में जानने के लिए लालायित रहते हैं। उनकी लोकप्रियता के चलते ही वह विशाल अंतर से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।