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Monkeypox Virus से ऐसे करें अपना बचाव, ये लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

Monkeypox Virus: कोरोना के बाद MPox नामक वायरस ने एक बार फिर पूरी दुनिया की नींद उड़ा दी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी एमपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी मानते हुए चेतावनी दी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि...
02:34 PM Aug 16, 2024 IST | Sunil Sharma
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Monkeypox Virus: कोरोना के बाद MPox नामक वायरस ने एक बार फिर पूरी दुनिया की नींद उड़ा दी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी एमपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी मानते हुए चेतावनी दी है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह वायरस बहुत जल्द पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले सकता है और कोरोना के जितना ही घातक सिद्ध हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक 116 देशों में Monkeypox Virus वायरस की मौजूदगी दर्ज की गई है, हालांकि इसका सर्वाधिक घातक प्रभाव अफ्रीका में देखा जा रहा है।

क्या है MPox वायरस

बच्चों में होने वाली मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, यानि किसी मरीज के संपर्क में आने से आप भी इस बीमारी का शिकार बन सकते हैं। यह बीमारी सबसे पहले वर्ष 1958 में डेनमार्क के बंदरों में देखी गई थी, इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स पड़ा। वास्तव में मंकीपॉक्स पॉक्सविरिडे फैमिली का वायरस है जिसके कारण चेचक, काउपॉक्स और इसी तरह के अन्य रोग होते हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने मंकीपॉक्स नाम को नस्लवादी मानते हुए इस वायरस को नया नाम MPox दिया है।

MPox संक्रमण के लक्षण क्या होते हैं

इस वायरस के संक्रमित होने पर चेचक के समान ही लक्षण दिखाई देते हैं जिनमें बुखार, सिरदर्द और स्किन पर दाने निकल आना प्रमुख हैं। इनके अलावा पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द, ठंड लगना, बहुत ज्यादा थकान होना, स्किन का फटना, गला खराब होना, खांसी आना, खुजली होना तथा स्किन पर मवाद से भरे घाव जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं। आमतौर पर इसके लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं, फिर ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह प्राणघातक भी हो सकता है।

कोरोना वायरस की तरह ही यह वायरस भी तेजी से फैलता है। संक्रमित मरीज के संपर्क में आने, शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित पदार्थों के सीधे संपर्क में आने या छूने से भी यह बीमारी हो सकती है। ऐसे में इस बीमारी से ग्रसित मरीज को अत्यधिक सावधानी रखनी चाहिए अन्यथा पूरे परिवार के संक्रमण का खतरा रहता है। साथ रहने, एक-दूसरे को छूने या यौन संबंध बनाने से भी यह वायरस फैल सकता है। इसी का एक वेरिएंट 2022 में भी फैला था।

ऐसे करें Monkeypox Virus से बचाव

मंकीपॉक्स से बचाव के लिए डब्ल्यूएचओ और सरकार ने गाइडलाइन्स जारी की है। सबसे पहला बचाव यही है कि संक्रमित व्यक्ति से दूरी बना रखें। यदि लक्षण दिखाई दें तो डरने की बजाय तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। घर से बाहर बिना मास्क लगाए न निकलें। संक्रमिक व्यक्ति के संपर्क में आने पर साबुन लगाकर साफ पानी से नहाएं। सैनिटाइजर का प्रयोग भी नियमित रूप से करते रहें। यदि मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित हो चुके हैं तो चेचक का टीका जरूर लगवाएं।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई इंफॉर्मेशन केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें मेडिकल एक्सपर्ट या डॉक्टर के विकल्प के रूप में प्रयोग न करें। बीमारी अथवा संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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