MP Rajyasabha Chunav: साफा पहन कुरियन ने भरा नामांकन, पीएम मोदी के लिए कर चुके हैं ट्रांसलेटर का काम
MP Rajyasabha Chunav: भोपाल। बीजेपी ने राज्यसभा सीट के लिए केरल भाजपा के अध्यक्ष जॉर्ज कुरियन को प्रत्याशी बनाया है। जॉर्ज वर्तमान में मोदी कैबिनेट में मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी विभाग के राज्य मंत्री हैं। केरल में उनके सहयोगी उन्हें 'सरकार' कहकर संबोधित करते हैं। कुरियन ने आज ट्रेडिशनल वेशभूषा में विधानसभा पहुंचकर अपना नामांकन (MP Rajyasabha Chunav Nomination) दाखिल किया।
जॉर्ज के नामांकन में सत्ता और संगठन के नेता मौजूद रहे
जॉर्ज कुरियन के साथ सीएम डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल सुरेश पचौरी, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, मंत्री राव उदय प्रताप सिंह और विधायक तुलसी सिलावट मौजूद रहे। नामांकन से पहले सीएम राज्य सभा प्रत्याशी जॉर्ज कुरियन के प्रस्तावक बने। सीएम ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचकर कुरियन के नॉमिनेशन फॉर्म पर हस्ताक्षर किए।
मध्य प्रदेश के पहले ईसाई सांसद होंगे जॉर्ज कुरियन
राज्यसभा की एक सीट के लिए एमपी में चुनाव नहीं होगा। विधानसभा में विधायकों की संख्या को देखते हुए इनको निर्विरोध चुना गया। वे मध्य प्रदेश से पहले ईसाई सांसद होंगे। गुना से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद जून में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा सांसद से इस्तीफा दे दिया था। सिंधिया के सीट खाली करने के बाद राज्यसभा के लिए मप्र के कई नेता दावेदार थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने केरल के नेता जॉर्ज कुरियन को राज्यसभा प्रत्याशी (MP Rajyasabha Chunav) बनाया। उनका कार्यकाल दो वर्ष का रहेगा, कुरियन 2026 तक राज्यसभा में रहेगें ।
वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया कहते हैं कि कुरियन को जब मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया था उस समय लोगों ने आश्चर्य हुआ था। वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं फिर भी इन्हें चुना गया। माना जा रहा है कि कुरियन के जरिए बीजेपी केरल के ईसाई समुदाय के बीच अपनी पैठ बढ़ाने को कोशिश करेगी ।
कौन है जॉर्ज और पार्टी ने एमपी में क्यों भेजा राज्यसभा
जॉर्ज कुरियन केरल के कोट्टायम के गांव कनककारी के रहने वाले हैं। वह मोदी कैबिनेट में एकमात्र ईसाई मंत्री हैं। उन्हें मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी और अल्पसंख्यक मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया है। वह 1980 में जनता दल छोड़कर मात्र 19 साल की उम्र में बीजेपी में शामिल हुए थे। अपने इस फैसले के चलते कुरियन को काफी आलोचना भी झेलनी पड़ी थी, हालांकि वे पीछे नहीं हटे और आज तक पार्टी के साथ हैं।
पीएम मोदी के लिए कर चुके हैं ट्रांसलेटर का काम
कुरियन पिछले 4 दशकों से पार्टी के साथ है तथा वे अब तक कई पदों पर रह चुके हैं। उन्हें भाजपा में राष्ट्रीय कार्यकारी समिति सदस्य, युवा मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का उपाध्यक्ष पद भी मिल चुका है। साथ ही वर्तमान में वह बीजेपी कोर कमेटी के सदस्य और भाजपा की राज्य (केरल) इकाई के अध्यक्ष है। केरल दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लिए ट्रांसलेटर का काम किया था।
यह भी पढ़ें: