Ken Betwa Link Project: पीएम मोदी ने किया केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट का शिलान्यास, रचा नया इतिहास
Ken Betwa Link Project: भोपाल। पीएम नरेन्द्र मोदी आज मध्य प्रदेश के खजुराहो दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार, 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास किया। इस योजना की कुल लागत 44,605 करोड़ रुपए है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के इस अतिमहत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के करीब 65 लाख लोग लाभान्वित होंगे जिनमें खेती करने वाले किसानों से लेकर आम शहरी नागरिक तक शामिल हैं। साथ ही, इस परियोजना से 103 मेगावाट जलविद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा भी बनेगी। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ट्वीट करते हुए एक छोटा सा वीडियो भी शेयर किया।
बुंदेलखंडी भाषा में जनता से कहा ‘राम-राम’
खजुराहो में मंच पर पहुंच कर पीएम मोदी ने बुंदेली अंदाज में बुंदेलखंडी भाषा में बुंदेलखंड की जनता से राम-राम की। पीएम बोले सबई जनन को राम पहुंचे। उनके इस संबोधन का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसके बाद वहां मौजूद जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के विकास में अटल जी का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। अटल जी ने मुझ जैसे कई छोटे कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया हैं, हमारे लिए सुशासन दिवस सिर्फ एक दिन का कार्यकम नहीं है बल्कि यह भाजपा सरकार की पहचान है।
विपक्ष पर भी साधा निशाना
विपक्षी दलों और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार जहां होती है, वहां काम क्या हुआ और जहां भाजपा को सरकार चलाने का अवसर मिला, वहां क्या हुआ हैं, ये आप लोग मूल्यांकन करें। भाजपा को जहां भी सरकार चलाने का मौका मिला है, वहां विकास में सफलता पाई है। आजादी के जो सपने देखे थे, उन सपनों को साकार करने के लिए हम लोग मेहनत करते थे, देश के लिय जिन्होंने पसीना बहाया, हम उन लोगों के सपनों को अपने खून से सींच रहे हैं। कांग्रेस सरकार घोषणा करने में माहिर है। अखबार में तस्वीरें छापना उनका काम है। आज से 35-40 साल पहले जो शिलान्यास हुआ, उनका काम आज तक पूरा नहीं हुआ। कांग्रेस की न नीयत अच्छी थी और न उनमें घोषणाएं पूरी करने की क्षमता थी।
40 मिनट लंबे भाषण में की कई मुद्दों पर बात
प्रधानमंत्री ने अपने लगभग 40 मिनट लंबे भाषण में कई विषयों पर बात की। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में वही देश और वही नेता आगे बढ़ पाएंगे जिसके पास पर्याप्त जल होगा, और जल प्रबंधन की तकनीक होगा। पानी होगा तभी खेत खलियान होंगे। मैंने यहां के किसानों से वादा किया था कि मैं आपकी समस्या को खत्म करने के लिए ईमानदारी से काम करूंगा। भाषण के बाद मोदी मंच से रवाना हो गए।
भीमराव अंबेडकर को भी किया याद
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जहां सुशासन होता है, वहां वर्तमान चुनौतियों के साथ ही भविष्य की चुनौतियों पर काम किया जाता है। लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार रही, यहां की माताओं, बहनों ने बूंद-बूंद जल के लिए संघर्ष किया क्योंकि कांग्रेस ने कभी जल संकट के बारे सोचा ही नहीं। भारत में जो बड़ी नदी परियोजनाएं बनी, इन परियोजनाओं के पीछे डॉक्टर बाबा साहब आंबेडकर का योगदान रहा, लेकिन कांग्रेस ने कभी जल संरक्षण के योगदान के लिए बाबा साहब के योगदान के बारे में किसी को पता ही नहीं चलने दिया।
1153 अटल सुशासन भवनों का भी भूमिपूजन करेंगे पीएम
पीएम मोदी यहां दिन के बारह बजे बाद पहुंचे, यहां उन्होंने मंच से जनता को संबोधित करते हुए 40 मिनट लंबा भाषण दिया। इसके बाद उन्होंने बटन दबाकर प्रोजेक्ट की नींव रखी। साथ ही 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमिपूजन एवं खंडवा जिले की ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकापर्ण करेंगे। इसके बाद खजुराहो एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
प्रदेश भाजपा के सभी बड़े नेता और साधु-संत भी मंच पर हैं मौजूद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला समेत मंत्री प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, छतरपुर के प्रभारी मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना, राधा सिंह, तुलसी सिलावट, राकेश शुक्ला, सीआर पाटिल, राकेश सिंह समेत कई मंत्री मंच पर मौजूद हैं।
मंच पर नेताओं के साथ-साथ साधु-संत भी विराजमान हैं। एक तरफ साधु-संत बैठे हैं जबकि दूसरी तरफ मंत्रियों-विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। पीएम मोदी ने बटन दबाकर केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी है।
अटल बिहारी वाजपेई का सपना था नदी जोड़ो प्रोजेक्ट
अपने इस दौरे पर पीएम मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की स्मृति में एक सिक्का तथा डाक टिकट भी जारी करेंगे। आपको बता दें कि इस वर्ष अटल बिहारी वाजपेई की सौवीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। पूरे देश को बाढ़ और अकाल से बचाने के लिए उन्होंने देश में सबसे पहले नदी जोड़ो परियोजना (Ken Betwa Link Project) का प्रस्ताव रखा था जिसे अब मूर्त रूप दिया जा रहा है। केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना इसी दिशा में सरकार का पहला कदम है। राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी सोशल मीडिया पर इस संबंध में जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया है।
एमपी के 44 लाख किसान परिवारों को होगा लाभ
इस प्रोजेक्ट के जरिए केन और बेतवा नदियों को बांध (Ken Betwa Link Project) और टनल बनाकर जोड़ा जाएगा। प्रोजेक्ट पूरा होने पर एमपी के छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर सहित दस जिलों में करीब 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और इससे राज्य के कुल 44 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। साथ ही उत्तर प्रदेश की कुल 21 लाख आबादी को स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिल सकेगी। इस तरह कुल मिलाकर एमपी और यूपी के 65 लाख लोगों को केन-बेतवा नदी प्रोजेक्ट से लाभ मिलेगा।
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