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Tapobhumi: 'तपोभूमि' पुस्तक का विमोचन: गुजरात की आध्यात्मिक विरासत का सचित्र दर्शन होगा

'तपोभूमि ग्रंथ' (वीडियो बुक) का विमोचन अहमदाबाद के एसजी हाईवे स्थित बाबा साहेब अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में 3 जनवरी 2024, शुक्रवार को किया गया।
04:55 PM Jan 03, 2025 IST | MP First

Tapobhumi: वर्षों से जिस क्षण का बेसब्री से इंतजार था, वह आखिरकार आ ही गया। 'तपोभूमि ग्रंथ' (वीडियो बुक) का विमोचन अहमदाबाद के एसजी हाईवे स्थित बाबा साहेब अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में 3 जनवरी 2025, शुक्रवार को किया गया। गुजरात की आध्यात्मिक विरासत और विकास की सर्वोत्तम कहानियों को जनता के सामने लाने के लिए यह विशेष खंड तैयार किया गया है।

पत्थर बोलता है तपोभूमि गुजरात: संस्कृति और भविष्य का अनूठा मिश्रण

अनेक परमात्माओं, संतों और सनातन धर्म की विभूतियों के श्रीचरणों ने इस अनंत और अद्वितीय धरा को पवित्रता और चमक प्रदान की है। गुजरात के विभिन्न पवित्र स्थानों में विद्यमान सनातन धर्म की शिक्षाएं, पवित्रता, पवित्र प्रकाश और सुगंध इस धरती के वातावरण में व्याप्त हैं। इस धरती पर 300 से भी अधिक शाश्वत तीर्थ हैं जिन्हें काल कभी नष्ट नहीं करेगा।

तपोभूमि ग्रंथ: एक महायज्ञ

आज की पीढ़ी के लिए इन शाश्वत तीर्थों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करना और उसे सही ढंग से प्रस्तुत करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इसी समस्या के समाधान के लिए 12 साल पहले एक महायज्ञ शुरू हुआ था। इस महायज्ञ का उद्देश्य गुजरात के विभिन्न सनातन धर्मस्थानों एवं तीर्थों का विस्तृत अध्ययन कर उन्हें सचित्र एकत्रित करना था। इस प्रयास में आगे बढ़ते हुए ऑडियो और वीडियो संस्करण भी जोड़े गए।

12 साल की कड़ी मेहनत

इस तपोभूमि गुजरात ग्रंथ को डॉ. विवेक कुमार भट्ट ने 12 वर्षों की कड़ी मेहनत, 10 हजार किलोमीटर की यात्रा और निरंतर प्रयासों के बाद शानदार ढंग से पूरा किया। इस प्रयास के फलस्वरूप 'तपोभूमि: पत्थर बोलता है' नामक खण्ड तैयार हुआ। यह खंड गुजरात के पवित्र तीर्थस्थलों के मिशन, इतिहास और पवित्रता पर आधारित है और इस जानकारी को पाठक तक पहुंचाने के लिए इसका एक ऑडियो-वीडियो संस्करण भी है।

मुक्ति की घटना: एक ऐतिहासिक क्षण

इस महत्वपूर्ण क्षण का गवाह बनने के लिए आज गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल की अध्यक्षता में एक विमोचन समारोह आयोजित किया जाएगा। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में जिनकी सरकार विकास की नई गाथा तैयार कर रही है, आज माननीय मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई की अध्यक्षता में इस महत्वपूर्ण ग्रंथ के विमोचन का अवसर आ गया है। यह पुस्तक न केवल गुजरात की पवित्र भूमि के महत्व का प्रमाण है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और सनातन धर्म की प्राचीन सुगंध का एक शक्तिशाली अनुस्मारक है।

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल करेंगे। इस मौके पर राज्यसभा सांसद मयंक नायक, सिद्धि ग्रुप के चेयरमैन मुकेश पटेल और डॉ. विवेक कुमार भट्ट मौजूद रहेंगे। इस विशेष अवसर पर जारी वीडियो पुस्तक राज्य के आध्यात्मिक धामों और तीर्थों के महत्व को प्रस्तुत करती है।

आध्यात्मिक विरासत का महत्व

'तपोभूमि ग्रंथ' में गुजरात के आध्यात्मिक स्थलों में ऋषियों, मुनियों, संतों, संतों, भक्तों और तपस्वियों का परिचय शामिल है। यह खंड राज्य की आध्यात्मिक संस्कृति और तीर्थयात्राओं के विकास पर एक अद्वितीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करता है। इस पुस्तक को डॉ. विवेक कुमार भट्ट ने 12 वर्षों के संघर्ष और कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है।

किताब का वज़न कितना है?

यह पुस्तक 'तपोभूमि गुजरात' 33 जिलों में लगभग 10,000 किलोमीटर की यात्रा को कवर करती है और इसमें 300 से अधिक मंदिरों, आध्यात्मिक निवासों का विस्तृत और सचित्र विवरण भी शामिल है। इसका वजन 3 किलोग्राम से अधिक है, जो सामग्री की गुणवत्ता और विशिष्टता को दर्शाता है।

पुस्तक के प्रत्येक पृष्ठ पर एक क्यूआर कोड

यह खंड भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों और मार्गदर्शन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। इस पुस्तक में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात में तीर्थस्थलों के विकास के साथ-साथ लाखों लोगों के रोजगार की जानकारी भी शामिल है। इस जानकारी को अधिक सक्रिय और प्रभावी बनाने के लिए पुस्तक के प्रत्येक पृष्ठ पर एक क्यूआर कोड है, पाठक इस कोड को स्कैन करके जानकारी को वीडियो के रूप में भी देख सकते हैं। 'तपोभूमि ग्रंथ' तुलनात्मक रूप में सिर्फ एक लेख से कहीं अधिक है, बल्कि यह एक मूल्यवान साक्ष्य है जो गुजरात की आध्यात्मिक विरासत और तीर्थ स्थलों को पूरी दुनिया के सामने सही ढंग से प्रस्तुत करता है।

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