UPSC Aspirants Die: तीन छात्रों की पानी में डूबने से मौत मामले पर राजनीति, BJP-AAP आमने-सामने
UPSC Aspirants Die: नई दिल्ली में राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जलभराव के कारण तीन स्टूडेंट्स की मौत के मामले ने सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है। मरने वाले तीनों स्टूडेंट्स सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे। स्टूडेंट्स की मौत के बाद इस मामले में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। छात्रों ने नगर निगम अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अर्धसैनिक बलों को बुलाया गया है। आइए इस खबर के बारे में और अधिक जानते हैं।
क्या है पूरा मामला?
नई दिल्ली में रविवार तेज बारिश के बाद एक प्रमुख कोचिंग संस्थान राऊस के बेसमेंट में पानी भर गया था। दरअसल, संस्थान की लाइब्रेरी बेसमेंट में थी। 20 स्टूडेंट्स रात के समय लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे। भारी बारिश के बीच ज्यादातर स्टूडेंट्स कोचिंग संस्थान से बाहर निकल गए थे। तीन स्टूडेंट बेसमेंट की लाइब्रेरी में ही फंस गए और उनकी डूबने से मौत हो गई। तीनों पीड़ितों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव (दोनों 25 वर्ष) और नवीन डेल्विन (28 वर्ष) के रूप में हुई है।
छात्रों का प्रदर्शन
इस बीच घटना के विरोध में बड़ी संख्या में छात्र एकत्रित हो गए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों ने नगर निगम अधिकारियों पर निशाना साधा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "अगर 30 मिनट की बारिश के बाद यह स्थिति है, तो कौन जिम्मेदार है? कोई भी हमसे बात करने या हमें कोई आश्वासन देने नहीं आया है। कौन जिम्मेदारी तय करेगा?"
कुछ छात्रों ने आरोप लगाया कि एमसीडी और संस्थान के निदेशक इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। एक छात्र ने कहा, "एमसीडी इसे आपदा कहता है, लेकिन मैं कहता हूं कि यह लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी जमा हो जाता है।"
बीजेपी-आप आमने-सामने
इस हादसे के बाद बीजेपी ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार पर तीखा हमला किया है, जो एमसीडी को भी नियंत्रित करती है। बीजेपी प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "यह सरकार और नगर निगम की विफलता है। यह इस देश की अब तक की सबसे असंवेदनशील सरकार है। यह हत्या है।"
बीजेपी ने दिल्ली की मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक पर निशाना साधा है। दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि पाठक ने स्थानीय निवासियों द्वारा नालियों की सफाई के लिए बार-बार की गई अपील को नजरअंदाज कर दिया।
दिल्ली मेयर ने क्या कहा?
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने इस घटना को अफसोस जताया और कहा कि इसकी मामले में गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त की जानी चाहिए। उन्होंने एमसीडी के तहत आने वाले सभी कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है जो कानून का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं। उन्होंने यह पता लगाने के लिए भी जांच का आदेश दिया है कि राजेंद्र नगर की घटना के लिए एमसीडी का कोई अधिकारी जिम्मेदार है या नहीं।
पुलिस ने मामले में क्या कहा?
पुलिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने कहा, "इस संबंध में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। हमारी फोरेंसिक टीमें यहां हैं। हम उचित जांच और सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। एनडीआरएफ ने तीन शव बरामद किए हैं। तीन छात्रों को अस्पताल भेजा गया है और 13-14 अन्य को बचा लिया गया है और वे ठीक हैं। इस मामले में गैर इरादतन हत्या और लापरवाही से मौत का कारण बनने सहित कई आरोप लगाए गए हैं।"
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