Paris 2024 Olympics: पेरिस ओलंपिक में खत्म हुआ भारत का सफर, इस बार नहीं मिला एक भी गोल्ड मेडल

Paris 2024 Olympics: खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का सफर पूरा हो चुका हैं। अब पेरिस ओलंपिक (Paris 2024 Olympics) की क्लोजिंग सेरेमनी का आयोजन 12 अगस्त को होने वाला है। इस बार पेरिस ओलंपिक...
paris 2024 olympics  पेरिस ओलंपिक में खत्म हुआ भारत का सफर  इस बार नहीं मिला एक भी गोल्ड मेडल

Paris 2024 Olympics: खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का सफर पूरा हो चुका हैं। अब पेरिस ओलंपिक (Paris 2024 Olympics) की क्लोजिंग सेरेमनी का आयोजन 12 अगस्त को होने वाला है। इस बार पेरिस ओलंपिक में दुनियाभर के 10 हज़ार एथलीट्स ने हिस्सा लिया। बता दें पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का अभियान भी बिना गोल्ड के ही समाप्त हो गया है। भारतीय एथलीट के पास कई मौके थे गोल्ड मेडल जीतने के, लेकिन अंतिम समय ऐसा संभव नहीं हो पाया।

पेरिस ओलंपिक में खत्म हुआ भारत का सफर:

इस बार भारतीय एथलीट ने टोक्यो ओलंपिक की तरह बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन मेडल उतने हासिल नहीं होने का मलाल जरूर होगा। बता दें भारत की तरफ से पेरिस ओलंपिक 2024 में कुल 117 एथलीट्स ने हिस्सा लिया और कुल 6 पदक जीते। भारत की झोली में एक मात्र सिल्वर मेडल भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने दिलाया। उसके अलावा पांच ब्रॉन्ज़ मेडल हिस्से में आए। बता दें भारत ने टोक्यो ओलंपिक में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।

इस बार नहीं मिला एक भी गोल्ड मेडल:

टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने देश को गोल्ड मेडल दिलाया था। लेकिन इस बार उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। बाकी देश का कोई एथलीट सिल्वर और गोल्ड मेडल हासिल नहीं कर पाया। इसके अलावा शूटिंग में तीन ब्रॉन्ज़ मेडल आए। वहीं एक ब्रॉन्ज़ कुश्ती में, एक हॉकी टीम ने दिलाया। इस बार भारतीय टीम 71वें नंबर पर खिसक गई है। जबकि टोक्यो में भारत मेडल टैली में 48वें स्थान पर रहा। विनेश फोगाट के मामले से भारत को बड़ा को बड़ा झटका लगा था।

विनेश फोगाट पर फैसला बाकी:

भारत को अभी भी सातवें मेडल की उम्मीद बनी हुई है। क्योंकि विनेश फोगाट मामले में फिलहाल फैसला आना बाकी है। इस मामले पर सुनवाई पूरी हो चुकी है। भारत की रेसलर विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील पर मंगलवार को फैसला आएगा। बता दें विनेश का मैच से पहले कुछ ग्राम वजन बढ़ने के कारण उन्हें अयोग्य माना गया था। अगर फैसला विनेश के पक्ष में आएगा तो भारत के मेडल की संख्या 7 पहुंच जाएगी।

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