DeepSeek पर बड़ा खुलासा, चीनी सरकार के पास जा रहा यूजर्स का डेटा, हो जाएं सावधान
टेक्नोलॉजी की दुनिया में हलचल मचाने वाला चीनी स्टार्टअप DeepSeek अब एक नई समस्या के कारण सुर्खियों में है। इस एआई टूल को लेकर हाल ही में कुछ चौंकाने वाली खुलासे हुए हैं जिसने यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, DeepSeek के प्रोग्रामिंग कोड में ऐसा एक छिपा हुआ मैलवेयर पाया गया है, जो यूजर का डेटा सीधे चीनी सरकार तक भेजता है। यह खबर अब यूजर्स के लिए गंभीर चिंता का कारण बन चुकी है। इससे यही सवाल उठ रहा है कि क्या हम जो जानकारी ऑनलाइन शेयर कर रहे हैं, वह सचमुच सुरक्षित है?
रिसर्चर्स ने किया दावा, यह बहुत खतरनाक है
कनाडा की प्रसिद्ध साइबर सिक्योरिटी कंपनी Feroot Security के सीईओ Ivan Tsarynny ने इस मुद्दे पर बड़ा खुलासा करते हुए यूजर्स को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि DeepSeek के कोड में एक विशेष प्रकार का प्रोग्रामिंग कोड़ छिपा हुआ है, जो यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के नियंत्रण वाली कंपनियों तक भेज देता है। खासकर, China Mobile नामक एक चीनी टेलीकॉम कंपनी के सर्वरों तक। चीन की इस कंपनी को 2019 में अमेरिका द्वारा बैन कर दिया गया था, ऐसा करने के पीछे कारण यह था कि यह यूजर डेटा तक अनाधिकृत पहुंच प्राप्त करती थी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता था।
क्यों DeepSeek बना स्मार्टफोन यूजर्स के लिए खतरा
कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि DeepSeek के उपयोगकर्ता अनजाने में चीन में एक अकाउंट बना रहे हैं। इसका मतलब यह है कि जब आप डीपसीक पर अकाउंट बनाते हैं तो उसका पूरा डेटा चीन सरकार के नियंत्रण वाले सर्वर पर चला जाता है और चीन सरकार के लिए यूजर्स की पहचान, सर्च हिस्ट्री और ऑनलाइन एक्टिविटीज का पता लगाना आसान हो जाता है। यह एक नई तरह का प्राइवेसी उल्लंघन है और भविष्य में यूजर्स के लिए काफी खतरनाक सिद्ध हो सकता है, खास तौर पर सरकारी एजेंसियों से जुड़े लोगों के लिए।
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